अगर आप क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इसकी एक लिमिट होती है। कई बार बैंक/कंपनियां खर्च और समय पर रीपेमेंट होने पर क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ा देती हैं।
कई बैंक/कार्ड कंपनियां कुछ खास परिस्थितियों में क्रेडिट कार्ड की लिमिट घटा भी देती हैं। आइए जानते हैं कि वो कौन सी परिस्थितियां होती हैं जब क्रेडिट कार्ड की लिमिट घटाई जा सकती है।
क्रेडिट कार्ड का बिल टाइम पर पेमेंट न करने पर बैंक आपकी निगरानी शुरू कर देता है। ज्यादा टाइम तक बिल पेमेंट न होने पर बैंक क्रेडिट कार्ड की लिमिट घटा देता है।
क्रेडिट कार्ड में आपको अपना ड्यू बिल अगले महीने के बिल में ट्रांसफर करने के लिए कैरी फॉरवर्ड का ऑप्शन मिलता है। लेकिन बार-बार ऐसा करने पर आपकी लिमिट कम कर दी जाती है।
क्रेडिट कार्ड लिमिट का जितना उपयोग किया जाता हैं, उसे क्रेडिट उपयोग अनुपात (CUR) कहते हैं। अगर यूज रेसियो अधिक हो जाता है तो इसका सीधा असर क्रेडिट स्कोर और लिमिट पर पड़ता है।
अगर आप भी अपने क्रेडिट कार्ड का बहुत कम उपयोग करते हैं तो बैंक द्वारा आपकी क्रेडिट लिमिट कम की जा सकती है, क्योंकि कम उपयोग से बैंक का फायदा कम हो जाता है।
जब इकोनॉमिक अनिश्चित होती है और ज्यादातर लोग फाईनेंसियल क्राईसेस का सामना करते हैं तो कई कार्ड कंपनियां रिस्क कम करने के लिए क्रेडिट कार्ड की लिमिट कम कर देती हैं।