Utility News

भारतीय रेलवे: डेमू, मेमू, ट्राम, मेट्रो और सामान्य ट्रेन में क्या अंतर

Image credits: Social Media

डेमू (DEMU) ट्रेन: Diesel Electrical Multiple Unit

डीजल से चलने वाली लोकल ट्रेन होती है। इसमें 4 डब्बों की एक यूनिट होती है। 5 यूनिट मिला कर 20 डब्बों की ट्रेन होती है। डब्बे के फ्लोर से नीचे डीजल इंजन लगा होता है।

Image credits: Social Media

डीजल, सीएनजी या बायो डीजल का ईंधन

डेमू ट्रेन में डीजल, सीएनजी या बायो डीजल का ईंधन यूज किया जाता है। इसमें टॉयलेट होता है। 4 घंटे से अधिक चल सकती है। आईवी यानि इनटर व्हीकल कपलर से 16 डब्बे जुड़े होते हैं।

Image credits: Social Media

मेमू (MEMU) ट्रेन: Main line Electrical Multiple Unit

बिजली से चलने वाली इस ट्रेन में 4 डिब्बों की एक यूनिट होती है। 20 डिब्बों तक की ट्रेन होती है। ये 150- 250 किलोमीटर तक चलती है। टॉयलेट होता है।

Image credits: Social Media

ट्राम(Tram)

ट्राम का ट्रैक रोड पर भी हो सकता है। इसकी स्पीड काफी कम होती है। सीधे जमीन से ट्राम में चढ़ा जाता है। एक ड्राइविंग यूनिट होती है। इसमें एक, दो या तीन तक डब्बे होते हैं।

Image credits: Social Media

इएमयू (EMU) ट्रेन: Electrical Multiple Unit

ये ट्रेन बिजली से चलने वाली लोकल ट्रेन होती है। इसमें भी 20 डब्बे लगे होते हैं। 125 किमी तक चलती है। टॉयलेट नहीं होता है। कुछ कोच वातानुकूलित भी हो सकते हैं। 

Image credits: Social Media

मेट्रो (Metro)

देश में अधिकतम 8 डब्बों की मेट्रो चलाई जाती है। कोच वातानुकूलित होते हैं। यह जमीन, जमीन के ऊपर और नीचे तीनों जगहों पर चल सकती है। 

Image credits: Social Media

सामान्य ट्रेन

इसमें आगे और पीछे भी इंजन लग सकता है। 26 कोच और टॉयलेट होता है। ट्रेन में जेनरेटर कार नहीं होती। इनटर व्हीकल कपलर द्वारा बिजली दिया जाता है। स्क्रू कपलिंग से कोच जुड़े होते हैं।

Image credits: social media

वंदे मेट्रो बनाम लोकल मेट्रो: स्पीड, सिक्योरिटी और आराम में कौन बेहतर?

e-KYC से राशन कार्ड का वेरीफिकेशन अब हुआ आसान, जानें कैसे?

AI-कंप्यूटर नहीं नेचर से बुलेट ट्रेन को नई जिंदगी, इस पक्षी से प्रेरणा

दुनिया की 9 मेट्रो: कोई मैग्नेट से चलती कोई ऑटोमेटिक, जानें कैसी-कैसी?