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NEET जैसी नेशनल लेवल की 15 रिक्रूटमेंट एग्जाम कराने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को बीते 9 दिनों में UGC-NET सहित 3 बड़े एग्जाम स्थगित और रद्द करने पड़े। आईए जानते हैं क्या है वजह?
NCAT एग्जाम 12 जून को दोपहर में हुआ और शाम को रद्द हो गया। इसमें आनलाइन मोड में 29,000 छात्रों ने हिस्सा लिया। ये एग्जाम 4 वर्षीय ITEP में एडमिशन के लिए कराया जाता है।
NTA ने इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम एग्जाम रद्द करने का कारण टेक्निकल गड़बड़ी के कारण छात्र 1.30 घंटे तक लॉग-इन नहीं कर पाना बताया। अभी तक नई डेट की घोषणा नहीं की गई है।
18 जून को एग्जाम और 19 जून को रद्द करने की घोषणा। देशभर के 9,08,580 छात्रों ने हिस्सा लिया। सफल अभ्यर्थी असिस्टेंट प्रोफेसर, जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए पात्र होते हैं।
इसको रद्द करने के पीछे का कारण शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने टेलीग्राम पर पेपर का वायरल होना बताया। वायरल पेपर मूल पेपर से हूबहू मिल रहा था, इसलिए एग्जाम रद्द कर दिया गया।
सीएसआईआर-यूजीसी-नेट का एग्जाम 25 जून को शेड्यूल्ड था, 21 जून को इसे स्थगित कर दिया गया। जिसमें 2 लाख से ज्यादा छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
इस एग्जाम में अभ्यर्थी जूनियर रिसर्च फेलोशिप, लेक्चर-शिप/असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पात्र होते हैं। इसका कारण NTA ने नेससरी कंडीशन और लॉजिस्टिक इश्यू बताया है।
NEET एग्जाम 2024 में गड़बड़ी और री-एग्जाम की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में अब तक 5 पिटीशन दाखिल हो चुकी हैं। सुप्रीम कोर्ट इन सभी पिटीशंस पर 8 जुलाई को सुनवाई करेगा।