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रुपौली विधानसभा उपचुनाव में निर्दलीय शंकर सिंह की जीत ने सभी को चौंका दिया। उन्होंने JDU के कलाधर मंडल को 8204 वोट से हराया। जानें, शंकर सिंह कौन हैं और उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि।
रुपौली असेंबली बाई इलेक्शन में 5 बार की MLA बीमा भारती तीसरे नंबर पर पहुंच गईं। JDU कैंडिडेट कलाधर मंडल को 8204 वोट से शंकर सिंह ने हरा दिया।
उत्तर बिहार मुक्ति सेना के कमांडर रहे शंकर सिंह इससे पहले LJP के टिकट से फरवरी 2005 से नवंबर 2005 तक रुपौली से ही 10 महीने विधायक रह चुके हैं।
रुपौली में बाहुबली छवि वाले शंकर सिंह ने सन 2000 में उत्तर बिहार मुक्ति सेना के प्रमुख बूटन सिंह की हत्या के बाद इस मिलिशिया संगठन की कमान संभाली थी।
राजपूत मिलिशिया उत्तर बिहार मुक्ति सेना का गठन का मकसद बिहार के पूर्णिया में पप्पू यादव के हनक को रोकना था। 2005 में LJP ने शंकर सिंह को टिकट दिया तो उन्होंने जीत दर्ज कर ली।
इस बार NDA गठबंधन में ये सीट JDU के कोटे में चली गई थी, जिसके बाद शंकर सिंह ने LJP (रामविलास) से इस्तीफा देकर निर्दलीय ही मैदान में उतर गए थे।
शंकर सिंह ने इलेक्शन रिजल्ट आने से पहले ही ऐलान कर दिया था कि यदि उनकी जीत होती है तो फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के गांव पर उनका विशेष ध्यान रहेगा।
जानकार बताते हैं कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के शुरू से समर्थक रहे शंकर सिंह उनकी मौत को कभी सुसाइड नहीं माने। उन्होंने इस हत्याकांड की जांच कराकर सदैव कार्रवाई की मांग की है।
राजपूत शंकर सिंह की गंगौता समाज से आने वाली बीमा भारती के बाहुबली पति अवधेश मंडल के वर्चस्व की लड़ाई चलती रही है। दोनों की रंजिश में कई जानें जा चुकी है।