पूजा-पाठ के साथ मांस-मदिरा, ऐसे लोगों पर क्या बोलें प्रेमानंद महाराज?
Image credits: facebook
क्या पूजा-पाठ करने वालों को नॉनवेज खाना चाहिए?
देश में अक्सर वेज और नॉनवेज को लेकर बहस होती है। लोग जानना चाहते हैं कि क्या पूजा-पाठ करने वालों को मांसाहार का सेवन करना चाहिए या नहीं?
Image credits: facebook
क्या कहते हैं प्रेमानंद महाराज?
वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि मांस और शराब का सेवन करने वालों के लिए पूजा—पाठ और भगवान की भक्ति का कोई महत्व नहीं रह जाता।
Image credits: facebook
छल-प्रपंच करने वालों पर भी यही लागू
वह कहते हैं कि छल प्रपंच करने वालों पर भी यही बात लागू होती है। उनके लिए भी भगवत भक्ति का महत्व नहीं रह जाता।
Image credits: facebook
असुर भी करते थे भक्ति
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि असुरों ने भी भगवान की भक्ति की थी। पर उनकी प्रवृत्ति नकारात्मक ही थी।
Image credits: facebook
सच्चे मन से पूजा-पाठ करने पर नहीं आएंगे ये भाव
यदि कोई व्यक्ति सच्चे मन से पूजा-पाठ करता है तो उसका मन मांस-मदिरा के सेवन में लगेगा ही नहीं। उनके मन में यह भाव आएंगे ही नहीं
Image credits: facebook
ये चीजें सिर्फ लोगों का भ्रम
प्रेमानंद महाराज कहते हैं कि जो लोग यह सोचते हैं कि पूजा-पाठ करने से पापों का नाश हो जाएगा या पाप कट जाएंगे। यह सिर्फ उनका भ्रम है, सच नहीं। ऐसे लोगों का साथ ईश्वर नहीं देंगे।
Image credits: facebook
डिस्क्लेमर
यहां दी गई जानकारी सामाजिक ओर धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। hindi.mynation.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।