विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने महासभा के सत्र से अलग अपने महत्वपूर्ण विदेशी समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें की। उन्होंने कारोबार, निवेश तथा क्षमता निर्माण समेत विभिन्न मुद्दों पर बात की।

 

स्वराज ने मोरक्को के विदेश मंत्री नासिर बोरिता, यूरोपीय संघ में विदेशी मामलों की उच्च प्रतिनिधि फेडेरिका मोघेरिनी, लिचटेंस्टीन की विदेश मंत्री ऑरेलिया फ्रिक, नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्यावली, स्पेन के विदेश मंत्री जोसफ बोरेल, कोलंबिया के विदेश मंत्री कार्लोस होम्स त्रुजिलो, इक्वाडोर के विदेश मंत्री जोस वालेंसिया, ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिस पायने और मंगोलिया के विदेश मंत्री दामदिन सोग्तबातार से मुलाकात की।

 

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर बताया कि, ‘‘ रणनीतिक साझेदारी को गति मिल रही है। उच्चतम स्तर पर मेलजोल को जारी रखते हुए सुषमा स्वराज ने ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मारिस पायने से मुलाकात की।

 

स्वराज की वालेंसिया से मुलाकात के बाद एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘‘ कारोबार, कृषि, फार्मा, आईटी और क्षमता निर्माण के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और समेकित करने के तरीकों पर अच्छी चर्चा हुई।’’

 

स्वराज ने मादक पदार्थ निरोधक उच्च स्तरीय कार्यक्रम में भी शिरकत की जिसकी मेजबानी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की। स्वराज ने नेल्सन मंडेला शांति सम्मेलन को भी संबोधित किया।

 

इससे पहले भारतीय विदेश मंत्री ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति साइरिल रामाफोसा, गांबिया के राष्ट्रपति अदामा बारो और सिंगापुर के विदेश मंत्री विवियान बालाकृष्णन से भी संक्षिप्त मुलाकात की। 

 

एशिया में संवाद और क्षमता निर्माण उपायों पर आयोजित सम्मेलन के संदर्भ में एक विशेष बैठक में विदेश सचिव विजय गोखले ने भाग लिया।