World’s Tallest Slum: आपने कभी न कभी स्लम एरिया की झुग्गी झोपड़ियां देखी होगी। आज हम आपको दुनिया की सबसे ऊंची मलिन बस्ती के बारे में बताने जा रहे हैं। ये मलिन बस्ती एक 45 मंजिला इमारत में बसती है। जिसे ‘टॉवर ऑफ डेविड’ कहा जाता है।
World’s Tallest Slum: आपने कभी न कभी स्लम एरिया की झुग्गी झोपड़ियां देखी होगी। आज हम आपको दुनिया की सबसे ऊंची मलिन बस्ती के बारे में बताने जा रहे हैं। ये मलिन बस्ती एक 45 मंजिला इमारत में बसती है। जिसे ‘टॉवर ऑफ डेविड’ कहा जाता है। ये बस्ती हजारों वेनेजुएलाई लोगों का ठिकाना है। बेघर लोगों के लिए यह दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग ‘बुर्ज खलीफा’ की तरह है।
‘टॉवर ऑफ डेविड’ क्यों बनी मलिन बस्ती?
रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘टॉवर ऑफ डेविड’ का निर्माण साल 1990 में एक बिल्डर ने शुरु किया था। यदि यह बिल्डिंग अपने मुख्य स्वरूप में तैयार होती तो यह बिल्डिंग काराकास की फाइनेंशियल सेंटर के रूप में उभरती। पर उससे पहले 1994 में बैंक संकट में आ गएं। बाजार का बुरा हाल हो गया। इसकी वजह से डेविड इस काम को पूरा नहीं कर पाएं। आखिरकार अंत में सरकार ने इस बिल्डिंग को अपने कब्जे में ले लिया। तब से अब तक बिल्डिंग जस की तस पड़ी हुई है।
वेनेजुएला की राजधानी काराकास में है बिल्डिंग
‘दुनिया की सबसे ऊंची झुग्गी बस्ती’ के नाम से मशहूर वर्ल्ड टॉलस्टे स्लम वेनेजुएला की राजधानी काराकास में है। बिल्डिंग में करीबन 3000 से ज्यादा लोग रहते हैं। इसमें डेली यूज में आने वाले प्रोडक्ट और दवा की दुकानें भी खुल गई हैं। बिल्डिंग में रहने वाले लोगों ने अपनी सुविधा के लिए कार भी खरीद ली है और वह इसे पार्किंग में लगाते हैं।
बिल्डिंग कैसे बनी मलिन बस्ती?
दरअसल, 2007 के बाद बेघर लोग इस बिल्डिंग में आकर रहने लगे। समय के साथ मजदूर भी धीरे धीरे बिल्डिंग में बसते चले गए। नशे का कारोबार और क्राइम फलने फूलने लगा। फिर एक क्रिमिनल का इस बिल्डिंग पर कब्जा हो गया और वह इस बिल्डिंग में रहने वाले लोगों पर अपना हुकुम चलाने लगा। यहां तक कि सुरक्षा के लिहाज से एक कोआपरेटिव ग्रुप भी बनाया गया है, जो रात में इस बिल्डिंग की चौकीदारी करता है।
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