Chaitra Navratri 2024: बन जाएंगे बिगड़े काम,नवरात्रि पर करें मां दुर्गा के 5 मंदिरों के दर्शन

By Anshika Tiwari  |  First Published Mar 28, 2024, 1:55 PM IST

Chaitra Navratri 2024: होली के बाद मां दुर्गा के विशेष पूजा के लिए नवरात्रि (Navratri kab hai) का इंतजार भक्तों को बेसब्री है। इस बार 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्र शुरू हो रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी माता के द्वारा जाने का मन बना रहे हैं तो हम आपके लिए मंदिरों की लिस्ट लेकर आए हैं।

Chaitra Navratri 2024 Kab hai: हिंदू धर्म में मां दुर्गा को शक्तिशाली और पूजनीय देवी माना जाता है। भक्त नवरात्रि (Navratri 2024) के 9 दिनों में विशेष पूजा-अर्चना कर माता को खुश करते है। इस पर चैत्र नवरात्रि 9 अप्रैल से शुरू होंगे और 17 तारीख को रामनवमी (ramnavami kab hai 2024) मनाई जाएगी। इन 9 दिनों के अंतराल में भक्त व्रत और दान-पुण्य करते हैं तो कुछ माता के फेमस मंदिरों में हाजिरी लगाते हैं। ऐसे में अगर आप भी मां दुर्गा का आशीर्वाद पाने के लिए मंदिर जाने की सोच रहे हैं तो हम आपके लिए 5 प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में बताएंगे जहां आप इस जा सकते हैं। 

अम्बाजी माता मंदिर (Ambaji Mata Temple)

अम्बाजी माता मंदिर गुजरात में स्थित है। ये मां दुर्गा के प्रमुख शक्तिपीठों में एक है। मंदिर की खास बात ये कि की यहां किसी प्रतिमा की पूजा नहीं होती बल्कि श्रीयंत्र को पूजा जाता है। देखने में ऐसा प्रतीता होता है मानों मां भवानी खुद विराजमान है। चैत्र नवरात्रि पर दूर-दूर से भक्त माता के दर्शन करते हैं। ये मंदिर गुजरात-राजस्थान के बॉर्डर पर है। सीधे ट्रेन-बस से पहुंचा जा सकता है। 

महालक्ष्मी मंदिर (Shree Mahalaxmi-Ambabai Temple,Kolhapur) 

मुंबई में रहते हैं तो इस बार नवरात्रि पर कोल्हापुर स्थित महालक्ष्मी मंदिर जरुर जाएं। मां दुर्गा ये मंदिर प्रमुख शक्तिपीठों में से एक है। जहां माता सती का बायां हाथ गिरा था। खास बात ये है कि देवालय में काले पत्थर से खुदी हुई महालक्ष्मी की छवि है। वहीं चैत्र नवरात्रि पर विशेष मेले का आयोजन किया जाता है। आप मुंबई से बस,ट्रेन और टैक्सी की मदद से सीधा कोल्हापुर पहुंच सकते हैं। 

त्रिपुरा सुंदरी मंदिर (Maa Tripura Sundri Temple)

त्रिपुरा सुंदरी मंदिर राजस्थान के उदयपुर में स्थित है। मान्यताओं के अनुसार यहां पर माता सती का दाहिना पैर गिरा है। ये अगरतल से लगभग 50 किलोमीटर दूर है। आप बस,ट्रेन और फ्लाइट लेकर डायरेक्ट उदयपुर आ सकते हैं और वहां से कैब,टैक्सी से मंदिर पहुंच सकते हैं। मंदिर में मां काली सोरोशी रूप में विराजमान है। नवरात्रि के अवसर पर मंदिर में विशेष उत्सव का आयोजन किया जाता है। 

हरसिद्धि मंदिर (Shree Harsiddhi Mata Shaktipeeth Temple)

बाब महाकाल की नगरी उज्जैन में एक छोटी से पहाड़ी पर हरसिद्धि मंदिर स्थित है। जिसे महाकाली मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। मान्यताओं के अनुसार,यहां पर माता सती की कोहनी गिरी थी। इसलिए मंदिर का नाम हरसिद्धि पड़ा। देवालय में महालक्ष्मी,सरस्वती और ग्रह कालिया की पूजा की जाती है। नवरात्रि पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ता है। अगर महाकाल के दर्शन करने आ रहे हैं तो हरसिद्धि मंदर के दर्शन करना न भूलें। 

मंगला गौरी मंदिर (Maa Mangla Gauri Mandir)

बिहार के गया में स्थित मां मंगला गौरी मंदिर 51 शक्तिपीठों में सबसे फेमस है। इस मंदिर में मां दुर्गा की अद्भुत मूर्ति स्थापित है। मान्यताओं के अनुसार यहां माता सती के स्तन का टुकड़ा गिरा था। नवरात्रि पर दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। 

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