ड्रिप्रेशन की समस्या शरीर में एक नहीं बल्कि कई बीमारियों को जन्म देती है। हाल में हुई स्टडी में ये बात सामने आई है कि जो महिलाएं डिप्रेशन में रहती हैं उन्हें पुरुषों के मुकाबले दिल की बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है।
Depressed women have higher risk of heart diseases: JACC एशिया जर्नल ने हाल ही में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जर्नल में प्रकाशित स्टडी रिपोर्ट के मुताबिक डिप्रेशन और कार्डियोवस्कुलर डिसीज का गहरा संबंध है जो कि पुरुषों और महिलाओं अलग तरह का होता है। पुरुषों के मुकाबले डिप्रेशन से पीड़ित महिलाओं को दिल की बीमारी का ज्यादा खतरा रहता है। इस स्टडी के लिए कुल 4,125,720 लोगों शामिल किया गया था।
स्टडी में ये बात सामने आई कि जिन महिलाओं को पहले से डिप्रेशन हैं उन्हें दिल की बीमारियों जैसे कि मायोकार्डियल इंफार्क्शन, हार्ट फेलियर, स्ट्रोक, एंजाइना, एट्रियल फाइब्रिलेशन आदि का ज्यादा खतरा रहता है।
वैसे तो डिप्रेशन की समस्या किसी को भी हो सकती हैं लेकिन महिलाओं के शरीर में होने वाले परिवर्तन डिप्रेशन का कारण बन सकते हैं। प्रेग्नेंसी या फिर मेस्ट्रुअल सायकल के दौरान महिलओं में डिप्रेशन होने के ज्यादा चांस होते हैं। ऐसे में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में डिप्रेशन के गंभीर लक्षण दिख सकते हैं।
डिप्रेशन से निकलने के लिए महिलाएं अपनाएं ये उपाय
ये भी पढ़ें: इन 5 कारणों से किडनी हो सकती है खराब, जल्द दें इन पर ध्यान...
रखना है किडनी को हेल्दी तो आज ही खाने में शामिल करें ये फूड् ......