नशे की लत फैला रहा जानलेवा बीमारी, भारत के इस राज्य में 800 से ज्यादा छात्रों को HIV, डरा देगा मौत का आकड़ा

By Bhawana tripathi  |  First Published Jul 10, 2024, 6:22 PM IST

HIV outbreak in Tripura: त्रिपुरा में तेजी से एड्स के मामले बढ़ रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि त्रिपुरा में 800 से ज्यादा छात्रों को एचआईवी हो चुका है। वहीं करीब 47 लोग मर चुके हैं। यह आंकड़ा साल 2007 से 2024 के बीच का है।

हेल्थ डेस्क: HIV यानी कि एड्स की बीमारी का नाम सुनते ही लोग कांपने लगते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि त्रिपुरा राज्य में करीब 800 छात्रों को एचआईवी संक्रमण होने की बात सामने आई है। साथ ही 40 से ज्यादा बच्चों की मौत हो चुकी है। त्रिपुरा की एड्स कंट्रोल सोसाइटी के अधिकारी ने इस बारे में जानकारी दी है। अधिकारियों ने बताया कि त्रिपुरा में हर दिन लगभग 7 एचआईवी के मामले सामने आ रहे हैं। 

इंजेक्शन से फैल रहा है HIV

मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो त्रिपुरा में छात्रों को एचआईवी इंफेक्टेड इंजेक्शन इस्तेमाल करने से हो रहा है।अगर कोई भी इंसान एचआईवी संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किए गए इंजेक्शन को दोबारा इस्तेमाल करता है तो उसे भी एचआईवी हो जाता है। एड्स कंट्रोल सोसायटी के अधिकारियों ने बताया कि जो भी बच्चे एचआईवी से संक्रमित हुए हैं वह ज्यादातर अमीर परिवार से हैं। माता-पिता बच्चों की हर ख्वाहिश को पूरा कर देते हैं और ध्यान नहीं देते हैं। नतीजन बच्चे नशें के आदी हो रहे हैं। 

ड्रग लेने से HIV का खतरा

संयुक्त राष्ट्र की ओर से जारी की गई एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया में करीब सवा करोड लोग इंजेक्शन की मदद से ड्रग्स लेते हैं। इस कारण से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से HIV का संक्रमण फैल जाता है। वहीं भारत में करीब दो लाख लोग इंजेक्शन से ड्रग्स लेते हैं। अब आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि किस तरह से ड्रग्स की लत से एचआईवी तेजी से फैल रहा है।

असुरक्षित यौन संबंध से भी फैलता है HIV

एचआईवी से संक्रमित इंसान यदि किसी स्वस्थ इंसान के साथ यौन संबंध बनाता है तो भी एचआईवी का संक्रमण फैल जाता है। एचआईवी के संक्रमण से बचने के लिए बहुत जरूरी है कि सुरक्षित सेक्स किया जाए। 

जानलेवा होता है HIV वायरस

एचआईवी का वायरस शरीर में प्रवेश करते ही प्रतिरोधक क्षमता को बर्बाद कर देता है। इंसान धीरे-धीरे कई बीमारियों से घिरने लगता है। एचआईवी वायरस का इलाज न कराने पर एड्स का रूप ले लेता है। अगर इलाज न कराया जाए तो व्यक्ति की जान भी जा सकती है। अभी तक एचआईवी की दवा नहीं बनी है लेकिन इलाज के माध्यम से व्यक्ति के लक्षणों को नियंत्रित किया जाता है। 

एचआईवी के संक्रमण से बचने के लिए इस्तेमाल किया हुआ इंजेक्शन कभी नहीं लगना चाहिए। साथ ही सुरक्षित यौन संबंध बहुत जरूरी है। कुछ बातों का ध्यान रख एचआईवी के संक्रमण से बचा जा सकता है।

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