Success Story: IITian राजन सिंह ने 8 साल तक की IPS की जॉब, इस वजह से रिजाइन कर बन गए इंटरप्रेन्योर

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Oct 6, 2023, 7:29 PM IST

आईआईटी कानपुर से ग्रेजुएट राजन सिंह ने यूपीएससी एग्जाम क्रैक किया। केरल में आईपीएस अधिकारी के रूप में 8 साल गुजारे और फिर इंटरप्रेन्योरशिप की राह चुनी। आज वह सफल इंटरप्रेन्योर, सलाहकार और निवेशक भी हैं। आइए उनके बारे में डिटेल में जानते हैं।

IITian Success Story: यूपीएससी देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में गिनी जाती है। हर साल लाखों अभ्यर्थी एग्जाम में बैठते हैं। उनमें से कुछ ही सफल हो पाते हैं। हम बात कर रहे हैं आईआईटी कानपुर से ग्रेजुएट राजन सिंह की। जिन्होंने यूपीएससी एग्जाम क्रैक किया। केरल में आईपीएस अधिकारी के रूप में 8 साल गुजारे और फिर इंटरप्रेन्योरशिप की राह चुनी। आज वह सफल इंटरप्रेन्योर, सलाहकार और निवेशक भी हैं। आइए उनके बारे में डिटेल में जानते हैं।

IIT कानपुर से ग्रेजुएशन के बाद UPSC क्रैक कर बने आईपीएस

राजन सिंह साल 1995 में IIT कानपुर से ग्रेजुएशन के बाद UPSC एग्जाम में शामिल हुए। यूपीएससी एग्जाम क्रैक करने के बाद 1997 बैच के केरल कैडर के आईपीएस बने। करीबन आठ वर्षों तक आईपीएस के रूप में प्रदेश को अपनी सेवाएं दी। साल 2001 में वह तिरुवनंतपुरम के पुलिस आयुक्त भी बने, उस समय वह राज्य के सबसे कम उम्र के पुलिस आयुक्त थे। 

2005 में आईपीएस की जॉब से रिजाइन कर एमबीए 

राजन सिंह ने 3,500 पुलिसकर्मियों को नागरिक अशांति और संघर्षों को सुलझाने के लिए प्रोत्साहित किया। पर आईपीएस के रूप में जल्द ही उन्हें जीवन नीरस सा लगने लगा तो उनके अंदर कुछ और करने की इच्छा ने तेजी पकड़ी। इसी वजह से उन्होंने जुलाई 2005 में आईपीएस की जॉब से रिजाइन कर दिया और एमबीए करने का फैसला लिया।

2012 में वीडियो-बेस्ड ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म Course Brew की रखी नींव

राजन सिंह ने पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी के व्हार्टन स्कूल में दाखिला लिया। यह वही स्कूल है। जिससे Google के सीईओ सुंदर पिचाई, टेस्ला के एलन मस्क और वॉरेन बफे पढ़कर निकले थे। एमबीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद राजन सिंह ने न्यूयार्क में नौकरी की और मुंबई में भी काम किया। साल 2012 में वीडियो-बेस्ड ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म Course Brew लेकर आए। 

2015 में लेकर आएं Concept Owl

राजन सिंह ने साल 2015 में Edtech स्टार्टअप टेक फर्म Concept Owl की शुरुआत की। स्टार्टअप के जरिए कॉम्पिटीशन की प्रिपरेशन कर रहे स्टूडेंट्स के लिए साइंस के एजूकेशन पर ध्यान देना शुरु किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, इसके लिए उन्हें कुल 3.5 करोड़ का फंड मिला। साल 2019 में उनकी कम्पनी की कमाई 2 करोड़ रुपये थी। 

हैबिट बेस्ड लर्निंग प्लेटफॉर्म की भी शुरुआत

राजन​ सिंह ने कोविड महामारी के बीच साल 2020 में एक अनोखे स्टार्टअप की शुरुआत भी की। उसका नाम Habit Strong है। यह हैबिट बेस्ड लर्निंग प्लेटफॉर्म है। हालांकि अब Habit Strong के साथ ConceptOwl मर्ज हो चुकी है।

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