सऊदी अरब की तेल कंपनी आरामको पर हमले का शक जिन हूती चरमपंथियों और अंसारुल्लाह आतंकियों पर है। उनसे जुड़े आतंकियों की एक शाखा के खिलाफ भारत में भी एनआईए जांच में जुटी हुई है। शनिवार को इस मामले में एक शख्स के खिलाफ चेन्नई में छापेमारी की गई।
चेन्नई: आतंकी गैंग अंसारुल्ला के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एनआईए ने आज चेन्नई में छापे मारे। अधिकारियों ने एनआईए ने एम दीवान मुजीपीर के घर पर छापेमारी की. एनआईए की विशेष कोर्ट ने आतंकी संगठन अंसारुल्ला से संबंधों के चलते मुजीपीर के खिलाफ वारंट जारी किया था। जिसके बाद यह छापेमारी की गई है। छापेमारी में मुजीपीर के पास से तीन मोबाइल, चार सिम कार्ड, मेमोरी कार्ड और दस्तावेजों बरामद हुए हैं।
इसके पहले 20 जुलाई 2019 को तमिलनाडु में अंसारुल्लाह के 16 ठिकानों पर एनआईए ने एक साथ छापा मारा था। जहां से भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामान मिला था। विशेषज्ञों के मुताबिक, किसी एक राज्य में कट्टरपंथी इस्लामिक विचारधारा को बढ़ावा देने के अब तक हुए सबसे बड़े खुलासों में अंसारुल्ला का भंडाफोड़ भी शामिल है।
NIA: A case was registered on 09.07.2019 against 16 accused persons from Tamil Nadu, based on information that accused persons while being in India&UAE, had conspired&conducted consequent preparations to wage war against the Government of India by forming terrorist gang Ansarulla https://t.co/SdNDWvPqAU
— ANI (@ANI)एनआई की चार्जशीट के मुताबिक गिरफ्तार किए गए अंसारुल्लाह के संदिग्ध आतंकी चेन्नै और नागपट्टिनम जिले के रहने वाले हैं। एनआईए ने एक विज्ञप्ति में कहा कि रामनाथपुरम में पांच जगहों, थेनी में दो जगह के साथ ही चेन्नई, मुदरै, तिरुनेलवेली, तंजौर, पेरंबालूर, नागापट्टिनम और थिरवरूर जिलों में एक-एक जगह छापा मारा गया।
इस साल 9 जुलाई को भारत और यूएई में रहने वाले अभियुक्तों से प्राप्त सूचना के आधार पर तमिलनाडु के 16 आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया था, जिन्होंने आतंकवादी गिरोह अंसारुल्ला का गठन करके भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने की साजिश रची थी।
एनआईए ने बताया कि अंसारुल्ला से जुड़े लोग जिहादी विडियो दिखाकर लोगों को अपने संगठन में जोड़ रहे थे। शनिवार 16 जुलाई को तमिलनाडु में जिन 16 ठिकानों पर छापा मारा गया, उनमे मोहम्मद शेख का भी घर शामिल है। अंसारुल्ला संगठन भारत में वहादत-ए-इ स्लाम, जिहादिस्ट इस्लामिक यूनिट और जमात वहादत-ए-इस्लाम अल जिहादिया के नाम से भी सक्रिय है।
एनआईए का कहना है कि अंसारुल्लाह के गिरफ्तार संदिग्ध आतंकियों सैयद मोहम्मद बुखारी, हसन अली और मोहम्मद युसुफुद्दीन और उसके सहयोगियों ने दुबई में बड़े पैमाने पर फंड जुटाया है। ये लोग भारत में आतंकी हमलों को अंजाम देने की तैयारी कर रहे थे।