ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने और बुधवार को भाजपा में शामिल होने के बाद राज्य सरकार ने ये फैसला किया है। सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं और राज्य सरकार अल्पमत में आ चुकी है। लिहाजा राज्य सरकार ने पुराने मामले को खोलते हुए सिंधिया की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
भोपाल। मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के साथ ही बड़ा फैसला किया है। राज्य के आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके परिवार के खिलाफ एक पुराने मामले को फिर से खोलने का फैसला किया है। सिंधिया परिवार पर जमीन बेचने के दौरान एक संपत्ति दस्तावेज को गलत तरीके से बेचने का आरोप है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस छोड़ने और बुधवार को भाजपा में शामिल होने के बाद राज्य सरकार ने ये फैसला किया है। सिंधिया के भाजपा में जाने के बाद राज्य की कमलनाथ सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं और राज्य सरकार अल्पमत में आ चुकी है। लिहाजा राज्य सरकार ने पुराने मामले को खोलते हुए सिंधिया की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। हालांकि सिंधिया के समर्थकों का कहा है कि ये मामला पहले ही बंद हो चुका है। लेकिन राज्य सरकार ने बदले की कार्यवाही के तहत इस मामले को फिर से खोला है।
सिंधिया के भाजपा में जाने के साथ ही कांग्रेस में हाहाकार में मचा हुआ है। पूरे राज्यभर में कांग्रेस के एक हजार से ज्यादा पदाधिकारियों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। सिंधिया के मामले को फिर से खोले जाने को लेकर ईओडब्ल्यू के एक अफसर ने कहा कि इस मामले में दायर शिकायत में तथ्यों के पुन: सत्यापन के लिए एक आदेश दिया गया है।
सिंधिया और उनके परिवार के खिलाफ एक नई शिकायत दर्ज की गई है, जिसमें आरोप लगाया गया कि एक रजिस्ट्री दस्तावेज के जरिए महलगांव में जमीन का एक टुकड़ा बेच दिया। जानकारी के मुताबिक इस मामले में 26 मार्च 2014 को पहली शिकायत दर्ज की थी। लेकिन इसकी जांच की गई और 2018 में इसे बंद कर दिया गया।
सिंधिया आज करेंगे राज्यसभा के लिए नामांकन
ज्योतिरादित्य सिंधिया आज राज्यसभा के लिए नामांकन करेंगे। बुधवार को भाजपा ने उन्हें मध्य प्रदेश से राज्यसभा का प्रत्याशी घोषित किया था और गुरुवार को उनका मध्य प्रदेश में जोरदार स्वागत किया था।