स्पैम कॉल या साइबर फ्रॉड की रिपोर्ट करने के लिए यूजर को संचार साथी पोर्टल पर इनबिल्ट चक्षु विंडो पर लॉग इन करना होगा। एक फॉर्म पर अपना विवरण दर्ज करना होगा। यह भी जानकारी दर्ज करनी होगी कि उनसे किया गया संचार सेक्सटॉर्शन, फेक केवाईसी या फेक उपभोक्ता किस कैटेगरी का है।
नयी दिल्ली। आजकल मोबाइल पर स्पैम कॉल की भरमार है। साइबर क्राइम की भी शिकायतें आम हैं। इन्हें रोकने के लिए दूरसंचार विभाग ने सोमवार को डिजिटल इंटेलीजेंस प्लेटफॉर्म चक्षु लॉन्च किया। यह संचार साथी पोर्टल के हिस्से के रूप में काम करेगा। पिछले साल ही इसकी शुरुआत की गई थी। चक्षु प्लेटफार्म पर लोग स्पैम कॉल और साइबर क्राइम की रिपोर्ट कर पाएंगे।
ऐसे काम करेगा 'चक्षु' प्लेटाफॉर्म
स्पैम कॉल या साइबर फ्रॉड की रिपोर्ट करने के लिए यूजर को संचार साथी पोर्टल पर इनबिल्ट चक्षु विंडो पर लॉग इन करना होगा। एक फॉर्म पर अपना विवरण दर्ज करना होगा। यह भी जानकारी दर्ज करनी होगी कि उनसे किया गया संचार सेक्सटॉर्शन, फेक केवाईसी या फेक उपभोक्ता किस कैटेगरी का है। यूजर शिकायत से जुड़े स्क्रीनशॉट भी विवरण में दर्ज कर सकते हैं।
साइबर क्राइम डेटा करेगा शेयर
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि संदिग्ध फ्रॉड के मामलों में रियल टाइम में डेटा साझा किया जाएगा। पहले वित्तीय सेवा देने वालों और बैंकों को फ्रॉड करने वाले नंबरों की रिपोर्ट करते थे। पर तब वह व्यक्तिगत रूप से ऐसा करते थे। उन्हें ऐसा करने के लिए कहा जाता था।
फ्रॉड को तुरंत कर सकेंगे रिपोर्ट
डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म साइबर क्राइम से जुड़े डेटा को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और बैंकों को साझा करेगा। पिछले साल लॉन्च किए गए संचार साथी पोर्टल के नेचुरल प्रोग्रेशन की मदद से तेजी से साइबर फ्रॉड के मामलों को पहचाना जा सकेगा। इस पर फ्रॉड को तुरंत रिपोर्ट भी किया जा सकता है। अब तक इससे करीबन 1008 करोड़ की धोखाधड़ी रोकी गई है। अंतरराष्ट्रीय फ्रॉड कॉल पर लगाम लगी है।