बंगाल में शुरू हुई शुद्धिकरण की राजनीति, जानें क्यों कांग्रेस और वामदलों ने धोया शाहिद मीनार

By Team MyNationFirst Published Mar 3, 2020, 2:21 PM IST
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कांग्रेस और वामदलों के  कार्यकर्ताओं ने शाहिद मीनार मैदान को पानी धोया। क्योंकि कार्यकर्ताओं का कहना कि भाजपा ने ऐतिहासिक शहीद मीनार मैदान को "अपमानित" किया है। यहां पर केन्द्रीय गृहमंत्री ने रविवार को रैली का आयोजन किया था और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार को राज्य से उखाड़ फेंकने का आवाहन किया था।

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में अब शुद्धिकरण की राजनीति शुरू हो गई है। अब कांग्रेस और वामदलों के कार्यकर्ताओं का दावा है कि उन्होंने कोलकाता के शाहिद मीनार मैदान को गंगा जल से धोया है और इसका शुद्धिकरण किया गया है। क्योंकि इस मैदान में भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केन्द्रीय गृहमंत्री ने रैली की थी। जिसका विरोध उन्होंने मैदान को धोकर जताया है।

कांग्रेस और वामदलों के  कार्यकर्ताओं ने शाहिद मीनार मैदान को पानी धोया। क्योंकि कार्यकर्ताओं का कहना कि भाजपा ने ऐतिहासिक शहीद मीनार मैदान को "अपमानित" किया है। यहां पर केन्द्रीय गृहमंत्री ने रविवार को रैली का आयोजन किया था और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार को राज्य से उखाड़ फेंकने का आवाहन किया था। केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने 1 मार्च को कोलकाता के शहीद मीनार मैदान में एक रैली का आयोजन किया था। जिसमें उन्होंने राज्य की टीएमसी सरकार को घेरा था।

अमित शाह ने रैली में एक मोबाइल नंबर भी जारी किया था। ताकि इस नंबर के जरिए वह राज्य सरकार के खिलाफ विरोध जता जा सकते हैं। हालांकि अमित शाह के मोबाइल नंबर के विरोध में टीएमसी ने राज्य में बंगाल गौरव का अभियान शुरू कर दिया है। इसके जरिए एक लाख टीएमसी कार्यकर्ता पूरे राज्य में राज्य सरकार की नीतियों को प्रचारित और प्रसारित करेंगे।

जिसका राज्य में टीएमसी के साथ ही कांग्रेस और वामदल विरोध कर रहे थे। लिहाजा इसके विरोध में वामदल और कांग्रेस ने गंगा नदी और साबुन से मैदान को पानी से साफ किया है। कार्यकर्ताओं ने  शाहिद मीनार स्तंभ को भी पानी से थोया है। राज्य में वाम दल और कांग्रेस  मिलकर भाजपा के साथ की टीएमसी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। जबकि राज्य में टीएमसी चाहती है कि कांग्रेस और वामदल मिलकर भाजपा के खिलाफ मिलकर चुनाव  लड़े। 


 

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