उत्तर प्रदेश के बागपत में एक मुस्लिम युवक को कांवड़ यात्रा निकालना भारी पड़ गया। कांवड़ निकालने की वजह से जुमे की नमाज के दौरान उसे मस्जिद से बाहर निकाल दिया गया। मामले में पुलिस ने 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।
बागपत के रंछाड़ गांव निवासी बाबू खान ने हरिद्वार से कांवड़ लाकर पुरा महादेव और अपने गांव के शिव मंदिर में जलाभिषेक किया था. इसके बाद शुक्रवार को वह जुमे की नमाज अदा करने गांव में की मस्जिद में गया तो कुछ युवकों ने उसे नमाज नहीं पढ़ने दी और मारपीट कर मस्जिद से बाहर निकाल दिया। आरोप है कि आरोपियों ने उससे कहा कि अब मंदिर में ही घंटे बजा इस्लाम में अब तेरी कोई जगह नहीं है। घटना से दुखी बाबू खान ने मामले की शिकायत पुलिस में कर दी। चारों लोगों के खिलाफ उसने तहरीर दी। बाबू ने ये भी कहा कि वो सीएम योगी से मिलकर इंसाफ की गुहार करेगा।
पीड़ित बाबू खान के बेटे ने कहा कि, “पापा पिछले तीन साल से भगवान भोले की भक्ति में लगे हैं और बाबा की पूजा करते हैं। वो मस्जिद में नमाज अदा करने के साथ बाबा में भी आस्था रखते हैं। इसी वजह से उन्होंने हरिद्वार से कांवड़ लाने का फैसला किया। वो गंगाजल लेकर मेरठ के प्रसिद्ध पुरा महादेव मंदिर गए और जलाभिषेक किया, इसके अलावा वो गंगाजल लेकर गांव के मंदिर में भी पूजा करने गए”।
बाबू खान की यही बात उसकी कौम के कुछ लोगों को पसंद नहीं आयी। शुक्रवार को जब बाबू खान नमाज पढ़ने के लिए गांव की मस्जिद गया तो वहां मौजूद 4 लोगों ने उसके साथ मारपीट की और वहां से भगा दिया। आरोपियों ने बाबू का हुक्का-पानी बंद करने की धमकी दी। बाबू खान का कहना है कि यदि इसी तरह उसे प्रताड़ित किया गया तो वह धर्म परिवर्तन करने के मजूबर हो जाएगा।
मामले की शिकायत बाबू ने बिनौली थाने में की थी। वो शिवभक्त होने के साथ-साथ मुस्लमान भी है जो सर्वधर्म समभाव की बात करता है। पर उसके मजहब के लोगों को ये बात नागवार गुजर रही है। शिकायत पर पुलिस ने मामले की पड़ताल शुरू कर दी है।