महाराष्ट्र के नागपुर में शिवसेना के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि शिवसेना की विचारधारा में किसी भी तरह का बदलाव नहीं आया है। भले ही वह राज्य में कांग्रेस के साथ सरकार चला रही है। ठाकरे साफ किया कि शिवसेना हिंदुत्ववादी पार्टी थी और ये हमेशा से ही रहेगी।
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य में गठबंधन की सहयोगी कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। शिवसेना प्रमुख ने साफ किया है कि शिवसेना हिंदुत्ववादी बनी रही है और जहां तक विचारधारा की बात है कि वह नहीं बदली है और न ही बदलेगी। हालांकि इसके जरिए उन्होंने केन्द्र की भाजपा सरकार पर हमला बोला।
महाराष्ट्र के नागपुर में शिवसेना के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि शिवसेना की विचारधारा में किसी भी तरह का बदलाव नहीं आया है। भले ही वह राज्य में कांग्रेस के साथ सरकार चला रही है। ठाकरे साफ किया कि शिवसेना हिंदुत्ववादी पार्टी थी और ये हमेशा से ही रहेगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने ये बयान विधानसभा में भी दिया है और वह अपने इसी बयान पर अडिग हैं। हालांकि उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि केन्द्र सरकार के पास कोई विचार नहीं है कि कैसे प्रवासी हिंदुओं को बसाया जाए।
असल में राज्य में कांग्रेस के साथ सरकार बनाने से पहले कांग्रेस ने साफ कहा था कि शिवसेना को अपने एजेंडे में बदलाव करना होगा। कांग्रेस ने साफ कहा था कि शिवसेना को अपने हिंदुत्व की छवि को छोड़ना होगा ताकि राज्य में सरकार आसानी चल सके। कांग्रेस खुद को सेकुलर पार्टी कहती है। शिवसेना और कांग्रेस की गठबंधन पर भाजपा ने भी सवाल उठाए थे। भाजपा ने कहा कि शिवसेना पर कांग्रेस का दबाव है और वह कैसे अपनी हिंदुत्व की छवि को बरकरार रखेगी।
हालांकि पिछले दिनों राज्य की शिवसेना सरकार पर कांग्रेस का दबाव देखने को मिला था। क्योंकि नागरिकता संशोधन कानून पर शिवसेना ने लोकसभा में केन्द्र सरकार को समर्थन दिया था। हालांकि राहुल गांधी के बयान के बाद शिवसेना ने राज्यसभा से इस बिल के विरोध ने वॉक आउट किया था। वहीं राज्य में इस कानून को लागू करने के लिए शिवसेना पर कांग्रेस का दबाव भी देखने को मिला। लिहाजा उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह राज्य में इस कानून को लागू नहीं करेगी।