पिछले साल ही ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर को चुनाव रणनीति को नियुक्त किया है। ताकि राज्य में भाजपा के बढ़ते जनाधार को कम किया जा सके। दो दिन पहले ही भाजपा ने राज्य में मोबाइल नंबर जारी किया है। जिसके जरिए राज्य की जनता भाजपा से जुड़ सकती है। अमित शाह की रैली में एक लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राज्य की सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने नई रणनीति तैयार की है। ममता बनर्जी ने भाजपा के मोबाइल नंबर की काट प्रशांत किशोर "बैंगल गोरबो" यानी बंगाल गौरव ने निकाली है। जिसके तहत राज्य में टीएमसी के एक लाख कार्यकर्ता राज्यभर में यात्रा कर राज्य सरकार की योजनाओं को जनता को बताएंगे।
पिछले साल ही ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर को चुनाव रणनीति को नियुक्त किया है। ताकि राज्य में भाजपा के बढ़ते जनाधार को कम किया जा सके। दो दिन पहले ही भाजपा ने राज्य में मोबाइल नंबर जारी किया है। जिसके जरिए राज्य की जनता भाजपा से जुड़ सकती है। अमित शाह की रैली में एक लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था। जिसको देखकर ममता बनर्जी घबरा गई हैं और उन्होंने भाजपा के जनाधार को कम करने के लिए रणनीति तैयार की है। टीएमसी कार्यकर्ता राज्य का दौरा कर जनता को ये बताएंगे कि ममता बनर्जी ही एकमात्र नेता हैं जो राज्य के विकास और विकास के लिए काम कर ही हैं। टीएमसी के नए अभियान में ममता बनर्जी को "बंगला गोरबो ममता" या "बंगाल का गौरव, ममता" कहा है।
इसमें ममता को "भयंकर रक्षक और संरक्षक" के रूप में पेश किया गया है। वहीं इसके लिए टीएमसी ने अपने 75 दिनों के अभियान को कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम से शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि पिछले साल ही टीएमसी ने "दीदी के बोलो" अभियान की शुरूआत की थी ौर इसमे के लिए एक हेल्पलाइन नंबर और एक वेबसाइट को जारी किया था। जिसमें राज्य की जनता अपने शिकायतों को दर्ज करा सकती थी। पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में राज्य की 42 लोकसभा सीटों में 18 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी जबकि दोनों दलों के बीच जीत का अंतर महज चार फीसदी था।