MalayalamNewsableKannadaKannadaPrabhaTeluguTamilBanglaHindiMarathiMyNation
  • Facebook
  • Twitter
  • linkedin
  • ताजा खबर
  • मोटिवेशनल न्यूज
  • यूटिलिटी न्यूज
  • भारत का गौरव
  • लाइफ़स्टाइल
  • फोटो
  • वेब स्टोरी
  • Home
  • News
  • करगिल विजय की कहानी, तस्वीरों की जुबानी

करगिल विजय की कहानी, तस्वीरों की जुबानी

करगिल में भारतीय सेना की बहादुरी ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया था। इस महान विजय को आज 20 साल हो चुके हैं। आईए इस मौके पर हम आपको तस्वीरों के जरिए दिखाते हैं कि कैसे भारत ने यह अहम जीत हासिल की थी।   

1 Min read
Team MyNation
Published : Jul 26 2019, 01:55 PM IST
Share this Photo Gallery
  • FB
  • TW
  • Linkdin
  • Whatsapp
18
पहाड़ी चरवाहे  के जरिए 3 मई को भारतीय सेना को पाकिस्तानियों की घुसपैठ की खबर मिली।

पहाड़ी चरवाहे के जरिए 3 मई को भारतीय सेना को पाकिस्तानियों की घुसपैठ की खबर मिली।

पहाड़ी चरवाहे के जरिए 3 मई को भारतीय सेना को पाकिस्तानियों की घुसपैठ की खबर मिली।
28
चरवाहों से मिली सूचना की पुष्टि के लिए 5 मई को जब भारतीय जवानों की छोटी टुकड़ी वहां पहुंची तो पाकिस्तानियों ने बिना चेतावनी के उनपर हमला कर दिया। जिसमें पांच भारतीय जवान शहीद हो गए।

चरवाहों से मिली सूचना की पुष्टि के लिए 5 मई को जब भारतीय जवानों की छोटी टुकड़ी वहां पहुंची तो पाकिस्तानियों ने बिना चेतावनी के उनपर हमला कर दिया। जिसमें पांच भारतीय जवान शहीद हो गए।

चरवाहों से मिली सूचना की पुष्टि के लिए 5 मई को जब भारतीय जवानों की छोटी टुकड़ी वहां पहुंची तो पाकिस्तानियों ने बिना चेतावनी के उनपर हमला कर दिया। जिसमें पांच भारतीय जवान शहीद हो गए।
38
पाकिस्तानी पूरी तैयारी से वहां आए थे, जबकि भारतीय जवानों की टीम मात्र पता लगाने के लिए पहुंची थी। इसलिए उनके पास जंगी साजो समान कम थे। इसलिए भारतीय पक्ष का गोला बारुद खत्म हो गया था।

पाकिस्तानी पूरी तैयारी से वहां आए थे, जबकि भारतीय जवानों की टीम मात्र पता लगाने के लिए पहुंची थी। इसलिए उनके पास जंगी साजो समान कम थे। इसलिए भारतीय पक्ष का गोला बारुद खत्म हो गया था।

पाकिस्तानी पूरी तैयारी से वहां आए थे, जबकि भारतीय जवानों की टीम मात्र पता लगाने के लिए पहुंची थी। इसलिए उनके पास जंगी साजो समान कम थे। इसलिए भारतीय पक्ष का गोला बारुद खत्म हो गया था।
48
इस जंग में पाकिस्तान की तरफ से 5000 घुसपैठिए भारतीय सीमा में घुस आए थे। इसमें ज्यादातर पाकिस्तानी सेना के जवान थे।

इस जंग में पाकिस्तान की तरफ से 5000 घुसपैठिए भारतीय सीमा में घुस आए थे। इसमें ज्यादातर पाकिस्तानी सेना के जवान थे।

इस जंग में पाकिस्तान की तरफ से 5000 घुसपैठिए भारतीय सीमा में घुस आए थे। इसमें ज्यादातर पाकिस्तानी सेना के जवान थे।
58
करगिल की पहाड़ियों को खाली कराने के लिए जल्दी ही घमासान लड़ाई छिड़ गई। जिसमें 527 भारतीय योद्धा शहीद हुए।

करगिल की पहाड़ियों को खाली कराने के लिए जल्दी ही घमासान लड़ाई छिड़ गई। जिसमें 527 भारतीय योद्धा शहीद हुए।

करगिल की पहाड़ियों को खाली कराने के लिए जल्दी ही घमासान लड़ाई छिड़ गई। जिसमें 527 भारतीय योद्धा शहीद हुए।
68
पाकिस्तानी फौज ऊंचाई पर बैठकर गोलियां चला रही थी। जबकि भारतीय सेना नीचे थी। इसलिए 26 मई को भारतीय वायुसेना को एक्शन लेने का निर्देश दिया गया।

पाकिस्तानी फौज ऊंचाई पर बैठकर गोलियां चला रही थी। जबकि भारतीय सेना नीचे थी। इसलिए 26 मई को भारतीय वायुसेना को एक्शन लेने का निर्देश दिया गया।

पाकिस्तानी फौज ऊंचाई पर बैठकर गोलियां चला रही थी। जबकि भारतीय सेना नीचे थी। इसलिए 26 मई को भारतीय वायुसेना को एक्शन लेने का निर्देश दिया गया।
78
इस जंग में भारत की तरफ से ढाई लाख गोले दागे गए।

इस जंग में भारत की तरफ से ढाई लाख गोले दागे गए।

इस जंग में भारत की तरफ से ढाई लाख गोले दागे गए।
88
लगभग तीन महीने के संघर्ष के बाद आखिरकार 26 जुलाई को भारतीय सेना के कब्जे में करगिल की पहाड़ियां आईं।

लगभग तीन महीने के संघर्ष के बाद आखिरकार 26 जुलाई को भारतीय सेना के कब्जे में करगिल की पहाड़ियां आईं।

लगभग तीन महीने के संघर्ष के बाद आखिरकार 26 जुलाई को भारतीय सेना के कब्जे में करगिल की पहाड़ियां आईं।

About the Author

TM
Team MyNation
 
Recommended Stories
श्री बजरंग सेना अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का अनोखा जन्मदिन, लगाएंगे एक लाख पौधे
श्री बजरंग सेना अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का अनोखा जन्मदिन, लगाएंगे एक लाख पौधे
Oshmin Foundation: ग्रामीण भारत में मानसिक शांति और प्रेरणा का एक नया प्रयास, CSR का एक उत्कृष्ट उदाहरण
Oshmin Foundation: ग्रामीण भारत में मानसिक शांति और प्रेरणा का एक नया प्रयास, CSR का एक उत्कृष्ट उदाहरण
गर्भवती होते हुए भी क्रैक किया UPSC! पद्मिनी सेहरावत के UPSC सफर की कहानी जो आपको भी करेगी प्रेरित
गर्भवती होते हुए भी क्रैक किया UPSC! पद्मिनी सेहरावत के UPSC सफर की कहानी जो आपको भी करेगी प्रेरित
Related Stories
Asianet
Follow us on
  • Facebook
  • Twitter
  • linkedin
  • Andriod_icon
  • IOS_icon
  • About Website
  • Terms of Use
  • Privacy Policy
  • CSAM Policy
  • Complaint Redressal - Website
  • Compliance Report Digital
  • Investors
© Copyright 2025 Asianxt Digital Technologies Private Limited (Formerly known as Asianet News Media & Entertainment Private Limited) | All Rights Reserved