लाइफ़स्टाइल। दुनियाभर में हार्ट डिसीज के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। दिल की बीमारी जैसे कि कोरोनरी हार्ट डिसीज, एरिथीमिया (Arrhythmias),जन्मजात रोग, कार्डियोमायोपैथी, रूमेटिक हार्ट डिसीज आदि शामिल होते हैं। हार्ट डिसीज होने पर या तो लक्षण नज़र आते हैं या फिर साइलेंट रहते हैं। दिल संबंधी बीमारियां होने पर हार्ट डिसीज के लक्षण (symptoms of heart disease) दिख सकते हैं। 

छाती में दर्द हो सकता है हार्ट डिसीज का लक्षण

छाती में अचानक से दर्द महसूस होने पर लोग इसे गैस का दर्द समझ लेते हैं। लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है। छाती में दबाव के साथ अचानक से दर्द आना और दर्द का बाये हाथ में बढ़ जाना दिल की बीमारी का लक्षण है। जब दिल में सही से ब्लड फ्लो नहीं होता है तो छाती में दर्द शुरू हो जाता है। व्यक्ति ऐसे में हार्ट अटैक (Heart Attack) का शिकार भी हो सकता है। 

हृदय रोग में दिल की धड़कन हो जाती है अनियमित (Palpitation)

एरिथिमिया या दिल की धड़कन का अनियमित होना भी दिल की बीमारी के लक्षणों से जुड़ा है। हार्ट की इनएबिलिटी के कारण ब्लड पंप नहीं हो पाता है। 

दिल की बीमारी में सांस लेने में (Dyspnea) होती है समस्या

हार्ट डिसीज के लक्षणों में सांस लेने में परेशानी शामिल है। व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है और वो तेजी से सांस लेना शुरू कर देता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ब्लड पंपिंग सही से नहीं हो पाती है और हार्ट-लंग के बीच नसों में ब्लड जमा हो जाता है।

दिल की बीमारी में तेजी से निकल सकता है पसीना

स्वेटिंग या पसीना निकलना आम बात होती है। जिन लोगों को दिल की बीमारी होती है, उन्हें गर्मी न होने पर भी पसीना आ सकता है। जब हार्ट कार्डियक एक्टिविटी ठीक से नहीं कर पाता है तो एक्ट्रा प्रेशर लगाता है। इस कारण से ही व्यक्ति को अधिक पसीना आने लगता है। 

हृदय रोग होने पर चक्कर आना या कंफ्यूजन की कंडीशन

हार्ट डिसीज होने पर व्यक्ति अचानक चक्कर खाकर गिर सकता है। या फिर उसे चारों ओर धुधंला दिख सकता है। 

दिल की बीमारी होने पर नींद में समस्या

जो व्यक्ति दिल की बीमारी से पीड़ित है उसे सोने में समस्या भी महसूस होती है। कई बार तो रात भर नींद ही नहीं आती है।

ये भी पढ़ें: Shocking! कोरोना वैक्सीन से शरीर में खून के थक्के, कंपनी ने कबूला
सावधान! बबल बाथ (Bubble Bath) से पहुंच सकता है वजाइना को नुकसान