पढ़ें गाजीपुर के अभिनंदन यादव की प्रेरणादायक कहानी, जिन्होंने 16 बार SSB इंटरव्यू में असफलता के बाद भी हार नहीं मानी। कठिनाइयों का सामना कर 2024 में UPSC असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा पास की।
Success Story: सफलता की कहानियां अक्सर जोश और उत्साह से भर देती है। लेकिन जब बार-बार फेलियर के बाद सक्सेस मिलती है, तो वह स्टोरी एक मिसाल बन जाती है। ऐसी ही कहानी है गाजीपुर जिले के खोजपुर गांव में जन्मे अभिनंदन यादव की। 16 बार फेलियर के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और 2024 में UPSC असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा पास कर अपने सपनों को साकार किया। आइए जानते हैं उनकी इंस्पिरेशनल स्टोरी।
IIT गुवाहाटी से ग्रेजुएशन
अभिनंदन यादव के पैरेंट्स ने उन्हें बेहतर एजूकेशन देने की कोशिश की। भले ही गांव में सीमित सुविधाएं थी और बैकग्राउंड भी बहुत ही सामान्य था। पर उनके माता-पिता ने अपने बेटे की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। 10वीं के बाद उन्होंने 12वीं की पढ़ाई के लिए कोटा का रुख किया। 2018 में IIT गुवाहाटी में दाखिला मिल गया। यहीं से ग्रेजुएशन पूरी की।
2017 से 2024 तक स्ट्रगल
अभिनंदन ने ग्रेजुएशन के साथ ही सरकारी परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी थी। 2017 से लेकर 2024 तक, उन्होंने 16 बार SSB (सर्विस सिलेक्शन बोर्ड) की लिखित परीक्षा पास की, लेकिन हर बार इंटरव्यू में असफल रहे। हर बार की असफलता ने उन्हें बेहतर करने की प्रेरणा दी। उन्होंने अपनी कमजोरियों को पहचाना और उन पर काम करना शुरू किया, खासतौर पर अपनी कम्युनिकेशन स्किल्स और आत्मविश्वास को मजबूत करने पर काम किया।
गुड़गांव में नौकरी की शुरुआत
2022 में ग्रेजुएशन के बाद उन्हें गुरुग्राम की एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी मिली। गांव से आए अभिनंदन के लिए शहरी जीवन और इंग्लिश लैंग्वेज में बात करना कठिन था, लेकिन उन्होंने इसे चैलेंज के रूप में लिया। नौकरी के दौरान, दिन में 12 घंटे काम करने के बाद भी वे पढ़ाई के लिए समय निकालते थे। उनकी डेली रूटीन में खुद का खाना बनाना, समय का सही यूज करना, और रेगुलर स्टडी शामिल थी। जिसने उनके आत्मविश्वास को नई ऊंचाई दी।
बार-बार असफलताओं ने मजबूत बनाया
16 बार SSB के इंटरव्यू में असफल होने के बावजूद, अभिनंदन ने कभी हार नहीं मानी। हर असफलता से उन्होंने खुद को बेहतर बनाने की कोशिश की। 2024 में, अपनी मेहनत के दम पर अभिनंदन ने UPSC असिस्टेंट कमांडेंट की परीक्षा पास की। यह उनकी वर्षों की मेहनत का फल था। इससे पहले वे SSC CGL के तहत ऑडिटर के पद पर कार्यरत थे।
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Last Updated Dec 14, 2024, 11:40 AM IST