Jio Financial Services: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JFSL) के निदेशक के रूप में तीन नामों को मंजूरी दी है। उनमें मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी के अलावा अंशुमन ठाकुर भी शामिल हैं। हितेश कुमार सेठिया के नाम पर भी RBI ने मंजूरी दी है। 15 नवंबर को दी गई मंजूरी में यह भी कहा गया है कि यह अप्रूवल 6 महीने के लिए वैलिड होगा। इस समय सीमा के अंदर यदि कम्पनी प्रस्ताव को प्रभावी नहीं कर पाई तो फिर से आवेदन करना होगा। साथ ही यह भी बताना होगा कि ऐसा करने में कम्पनी क्यों विफल रही। 

बोर्ड ने की थी डायरेक्टर बनाने की सिफारिश

दरअसल, इस सिलसिले में बीते 7 जुलाई को कंपनी की बोर्ड मीटिंग में यह फैसला लिया गया था। ईशा अंबानी और अंशुमन ठाकुर को नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर बनाने की सिफारिश की गई थी। साथ ही यह भी कहा गया था कि डायरेक्टर्स की यह नियुक्ति जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के मेंबर्स और RBI के अप्रूवल के अधीन होगी। आप भी जियो फाइनेंसियल सर्विसेज में निदेशक के रूप में शामिल हुए अंशुमन ठाकुर और हितेश कुमार सेठिया के बारे में जानना चाहते होंगे। आइए डिटेल में उनके बारे में जानते हैं।

कौन हैं अंशुमन ठाकुर?

इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन और आईआईएम-अहमदाबाद से एमबीए करने वाले अंशुमन ठाकुर ने कई सेक्टर में काम किया है। कॉर्पोरेट रणनीति और निवेश बैंकिंग में 24 वर्षों की विशेषज्ञता हासिल की है। वर्तमान में Jio प्लेटफ़ॉर्म लिमिटेड में सीनियर वाइस प्रेसीडेंट के रूप में काम कर रहे हैं। कम्पनी की स्ट्रेटजी और प्लानिंग फंक्शन के प्रभारी हैं। साल 2014 में रिलायंस ग्रुप में शामिल होने से पहले वह अर्न्स्ट एंड यंग, आर्थर एंडरसन और मॉर्गन स्टेनली में भी काम कर चुके हैं। अब, निदेशक बनने के बाद अंशुमन ठाकुर, मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी के साथ काम करेंगे।

हितेश सेठिया कौन हैं?

हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के स्टूडेंट और चार्टर्ड अकाउंटेंट हितेश सेठिया 20 साल से ज्‍यादा समय तक फाइनेंश‍ियल सर्व‍िसेज एग्‍जीक्‍यूट‍िव के रूप में काम कर चुके हैं। यूरोप, एशिया और उत्तरी अमेरिका में काम किया। आईसीआईसीआई बैंक के साथ अधिक समय तक रहें। उनके पास कई देशों में काम करने का अनुभव है। खासकर स्‍ट्रेटजी फॉम्‍यूलेशन, मार्केट डेवलपमेंट, कॉम्‍पल‍िएंस, र‍िस्‍क मैनेजमेंट और टीम ब‍िल्‍ड‍िंग के क्षेत्र में। आईसीआईसीआई बैंक के ऑपरेशंस में कई देशों में काम किया। उनमें कनाडा, जर्मनी, यूके और हांगकांग शामिल हैं। आपको बता दें कि मुकेश अंबानी की कम्पनी ने RSIL के एमडी और सीईओ के रूप में हितेश कुमार सेठिया की नियुक्ति को भी मंजूरी दी थी, जो 3 साल के लिए प्रभावी रहेगी।

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