नयी दिल्ली। बिजनेस वर्ल्ड की नामी गिरामी कंपनियों की सफलता के पीछे 'राइट हैंड' का अहम किरदार होता है। हर बिजनेसमैन को कारोबार में मदद के लिए ऐसे ही 'मिस्टर राइट' की जरुरत होती है। आप भी जानना चाहते होंगे कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी, ईशा अंबानी और टाटा ग्रुप के रतन टाटा के 'राइट हैंड' कौन लोग हैं? आज हम आपको ऐसे ही अरबपति कारोबारियों के 'राइट हैंड' कहे जाने वाले लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए उनके बारे में जानते हैं।

मुकेश अंबानी के बैचमेट मनोज मोदी

भारत के सबसे अमीर शख्स रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुकेश अंबानी को कौन नहीं जानता। वह बिजनेस में सोच समझकर रिस्क लेते हैं। इसी वजह से दिन दोगुनी-रात चौगुनी तरक्की कर रहे हैं। उनकी सफलता में एक शख्स का भी अहम किरदार है। उन्हें मनोज मोदी के नाम से जाना जाता है, जो मुकेश अंबानी के 'राइट हैंड' कहे जाते हैं। उन्होंने मुकेश अंबानी के साथ केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। बैचमेट के अलावा दोनों लोगों के व्यक्तिगत रिश्ते भी काफी प्रगाढ़ माने जाते हैं। मनोज वह शख्स हैं, जो कंपनी की डील से जुड़े अहम मुद्दों पर उनको सलाह देते हैं। 

गिफ्ट में दी है 1500 करोड़ की 22 मंजिला बिल्डिंग

आपको बता दें कि साल 2020 में फेसबुक और रिलायंस जियो के बीच जो समझौता हुआ था। उसके पीछे भी उनका ही दिमाग था। वैसे मौजूदा समय में मनोज मोदी रिलायंस रिटेेल लिमिटेड और रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के डाइरेक्टर हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, मुकेश अंबानी ने मनोज मोदी को मुंबई में 1.7 लाख वर्ग फीट में बनी एक 22 मंजिला बिल्डिंग भी उपहार में दी है। उसकी कीमत 1500 करोड़ रुपये आंकी गई है, जो मुंबई के नेपियन सी रोड पर है। 

मनोज मोदी की बेटी भक्ति मोदी और ईशा अंबानी

मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी और मनोज मोदी की बेटी भक्ति मोदी के बीच भी वैसा ही भरोसा कायम है। भक्ति ने कंपनी में मैनेजमेंट ट्रेनी से शुरु कर कंपनी के विभिन्न पदों पर काम किया। ईशा अंबानी की रिलायंस रिटेल में भक्ति मोदी अहम पद पर कार्यरत हैं। रिलायंस ब्रांड्स की निदेशक हैं। कंपनी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में अपना योगदान दे रही हैं। ब्रांड की स्ट्रैटजी देखती हैं। उन्हें ईशा अंबानी का 'राइट हैंड' कहा जाता है।

रतन टाटा और शांतनु नायडू

टाटा ग्रुप के रतन टाटा भारत में किसी परिचय के मोहताज नही हैं। टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा की अगुवाई में कंपनी ने अरबों डॉलर का व्यवसाय किया। अब उनका सहारा 30 वर्ष के शांतनु नायडू बने हैं, जो रतन टाटा के पीए हैं। कंपनी में जीएम के पद पर कार्यरत है। 2018 से वह रतन टाटा के साथ काम कर रहे हैं। उनके नेक काम ने रतन टाटा का ध्यान खींचा, जब वह अपने एनजीओ के जरिए आवारा कुत्तों की केयरिंग कर रहे थे।  

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