Special on Hanuman Jayanti 2024: सरलता, सहजता, ताकत समता और समानता के प्रतीक अंजनी सुत हनुमान का आज जन्मोत्सव है। लाइफ मैनेजेमंट सीखने के लिए हनुमान चालीसा बेहतरीन विकल्प हैं। इनकी चौपाइ्यां कैसे आपकी जिंदगी बदल सकती है, आप हर क्षेत्र में सफलता का परचम लहरा सकते हैं। 

 

Life Management Sutra के लिए कौन होता है बढ़िया मार्गदर्शक?
श्री गुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरू सुधारि।
अर्थ - अपने गुरु महाराज के चरण कमलों की धूलि से अपने मन रूपी दर्पण को पवित्र करें।
गुरु का महत्व चालीसा के पहले दोहे की पहली लाइन में लिखा गया है। जीवन में गुरु नहीं है तो आपको आगे बढ़ने में दिक्क्तों का सामना करना पड़ सकता है। माता-पिता को पहला गुरु ही कहा गया है। यदि तरक्की चाहिए तो विनम्रता और बड़ों का सम्मान करना सीखें।

 

Life Management के लिए किन चीजों का रखे खास ख्याल?
कंचन बरन बिराज सुबेसा, कानन कुंडल कुंचित केसा।
अर्थ -हनुमान जी के लिए  कहा गया है कि उनके शरीर का रंग सोने की तरह चमकीला है,  वह अच्छे वस्त्र पहने हैं, कानों में कुंडल और बाल संवरे हुए हैं।
हर दिन हाईटेक होती दुनिया में यदि तरक्की चाहिए तो रहन-सहन और पहनावे पर ध्यान देना हेागा। आप बहुत गुणी हैं लेकिन रहन सहन ठीक नहीं है तो इसका जीवन पर प्रभाव पड़ना तय है। इसलिए अपनी शारीरिक मजबूती और ड्रेसअप का ख्याल रखें। 

 

Life Management Sutra के लिए विद्या संग और क्या सीखें?
विद्यावान गुनी अति चातुर, राम काज करिबे को आतुर।
अर्थ - हनुमान जी आप विद्या और चतुरता के गुणों से ओतप्रोत हैं। भगवान राम के कार्य के लिए आप सदैव तैयार रहते हैं।
जीवन में शिक्षा का बहुत महत्व है। विद्या के साथ अच्छे गुण भी सीखने जरूरी होते हैं। अपनी सोंच में चतुराई रखना सीखना होगा। अंजनीसुत के अंदर 3 प्रमुख गुण हैं। पहला वो सूर्य के शिष्य हैं, दूसरा वो गुणी  हैं और तीसरा वाे चतुर भी हैं।

 

Life Management Sutra के लिए क्या करें?
प्रभु चरित सुनिबे को रसिया, राम लखन सीता मन बसिया।
अर्थ - हनुमार जी भगवान राम की कथा सुनने के लिए आतुर रहते हैं। राम, लखन और सीता उनके मन में वास करते हैं।
आपको अपने काम के प्रति लगन और समर्पण होना चाहिए। दिल लगाकर काम करना जरूरी होता है। सुनाने के बजाय सुनने की आदत डेवलप करनी चाहिए। अगर आप अच्छे श्रोता नहीं है तो आप अपने जीवन में कभी अच्छे लीडर नहीं बन सकते। 

 

Life Management Sutra के लिए  किस पर करें विश्वास?
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माही, जलधि लांघि गए अचरज नाहीं।
अर्थ -  अर्थ- हनुमान जी राम नाम की अंगूठी मुंह में रखकर समुद्र लांघ गए, इसमें कोई आश्चर्य नहीं है। जानते हैं क्यों? क्योंकि उस अंगूठी पर राम का नाम लिखा है।
यदि आप अपने आप पर और ईश्वर पर अटूट विश्वास करते हैं तो आपका मुश्किल से मुश्किल काम चुटकियों में हल हो जाएगा। कंपटीशन के इस दौर में सेल्फ कांफीडेंस की कमी नहीं होनी चाहिए। 

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