जानिए कैसे चेन्नई में जन्मे अरविंद श्रीनिवास ने IIT मद्रास से लेकर UC बर्कले तक का सफर तय किया और Perplexity AI के सह-संस्थापक बने। एलन मस्क और जेफ बेजोस भी उनके फैन हैं। पढ़ें उनकी इंस्पिरेशनल स्टोरी।
Success Story: टेक्नोलॉजी की दुनिया में कुछ नाम तेजी से उभरते हैं और अपनी छाप छोड़ जाते हैं। ऐसा ही एक नाम है अरविंद श्रीनिवास। चेन्नई में जन्मे यह भारतीय-अमेरिकी कंप्यूटर साइंटिस्ट आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में अपनी असाधारण उपलब्धियों के कारण दुनियाभर में पहचाने जाते हैं। वे Perplexity AI के को-फाउंडर और सीईओ हैं-एक ऐसा AI-पावर्ड सर्च इंजन जो गूगल को टक्कर देने की काबिलियत रखता है। उनकी सक्सेस का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एलन मस्क, जेफ बेजोस और सुंदर पिचाई जैसे दिग्गज भी उनके काम के मुरीद हैं।
अरविंद श्रीनिवास एजूकेशन
अरविंद श्रीनिवास का जन्म 7 जून 1994 को चेन्नई, भारत में हुआ। बचपन से ही उनकी रुचि गणित और विज्ञान में थी। यह रुचि आगे चलकर उनके शानदार करियर की नींव बनी। शुरुआती पढ़ाई के बाद उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास में दाखिला लिया, जहां से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में डबल डिग्री हासिल की। IIT मद्रास से ग्रेजुएशन के बाद 2017 में अमेरिका की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले (UC Berkeley) में एडमिशन लिया। यहां कंप्यूटर साइंस में PhD की। उनका रिसर्च वर्क AI, मशीन लर्निंग और न्यूरल नेटवर्क के सेक्टर में था, जिसने उन्हें इस क्षेत्र में एक इनोवेटिव लीडर बना दिया।
अरविंद श्रीनिवास करियर
श्रीनिवास ने अपने करियर की शुरुआत OpenAI में रिसर्च इंटर्न के रूप में की। यहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल्स पर काम किया। इसके बाद गूगल और DeepMind जैसी दिग्गज टेक कंपनियों में भी बतौर रिसर्च इंटर्न काम किया। ये दोनों कंपनियां AI और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में लीडर हैं। यहां काम करने का श्रीनिवास को बड़ा फायदा मिला। उन्हें नई टेक्नोलॉजी और बड़े डेटा मॉडल्स के साथ प्रयोग करने का मौका मिला। कुछ समय बाद, श्रीनिवास OpenAI में वापस लौटे, इस बार एक रिसर्च साइंटिस्ट के रूप में। यहां उन्होंने बड़े लैंग्वेज मॉडल्स और AI-बेस्ड सर्च इंजन डेवलप करने में अहम भूमिका निभाई।
2022 में Perplexity AI की शुरूआत
2022 में, अरविंद श्रीनिवास ने एंडी कोन्विंस्की, डेनिस यारत्स और जॉनी हो के साथ मिलकर Perplexity AI की नींव रखी। यह एक AI-पावर्ड सर्च इंजन है जो यूजर्स को अधिक प्रासंगिक और सटीक उत्तर प्रदान करने में सक्षम है। Perplexity AI की संभावनाओं को देखते हुए जेफ बेजोस और कई अन्य बड़े निवेशकों ने इसमें भारी इंवेस्टमेंट किया है। यह AI सर्च इंजन गूगल के ट्रेडिशनल सर्च इंजन मॉडल को चुनौती देने की कैपेसिटी रखता है।
DALL-E 2 के विकास में अहम भूमिका
श्रीनिवास की DALL-E 2 के विकास में भी भागीदारी रही। यह एक AI मॉडल है जो टेक्स्ट से इमेज जेनरेट करने में कैपेबल है और क्रिएटिव इंडस्ट्री के लिए क्रांतिकारी टेक्नोलॉजी बन चुका है। अरविंद श्रीनिवास केवल एक साइंटिस्ट और बिजनेसमैन ही नहीं, बल्कि एक एंजेल इन्वेस्टर भी हैं। उन्होंने ElevenLabs और सूनो जैसी कंपनियों में इंवेस्ट किया है, जो AI के क्षेत्र में उभरते हुए स्टार्टअप्स हैं।
Perplexity AI और ByteDance के विलय ने भी बटोरी सुर्खियां
2025 की शुरुआत में, Perplexity AI और ByteDance (TikTok की पेरेंट कंपनी) के बीच एक बड़े विलय प्रस्ताव ने खूब चर्चा बटोरी। इस प्रस्ताव के अनुसार, TikTok के अमेरिकी परिचालन को यूएस बेस्ड होल्डिंग कंपनी NewCo के तहत लाया जाएगा। हालांकि, इस डील के तहत TikTok के मुख्य एल्गोरिदम का कंट्रोल ByteDance के पास ही रहेगा। यह विलय अमेरिका में TikTok को लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को दूर करने के लिए किया जा रहा है। यदि यह डील सफल होती है, तो श्रीनिवास एक प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के लीडर के रूप में पहचाने जाएंगे।
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Last Updated Jan 29, 2025, 1:57 PM IST