सिद्धार्थनगर। यूपी के सिद्धार्थनगर के रहने वाले अभिषेक चौधरी के खेत में काफी जंगली जानवर आते थे। फसलों का नुकसान होता है। बचपन से ही वह यह देखते आ रहे थे। जानवरों से खेतों के बचाव के अन्य उपाय महंगे साबित हो रहे थे। यहीं से उन्हें फसलों की सुरक्षा के लिए कुछ करने का विचार आया। 10वीं पास करने के बाद इस पर काम करने लगे। माई नेशन हिंदी से बात करते हुए अभिषेक चौधरी कहते हैं कि जंगली जानवरों से फसलों के बचाव के लिए 'फसल सुरक्षा अलार्म' बनाया। जब जानवर खेत में घुसते हैं तो यह अलार्म आवाज करता है। जिससे वह खेतों से दूर भागते हैं।

महंगी साबित हो रही थी फसलों की सुरक्षा

अभिषेक चौधरी कहते हैं कि हमारे खेत जंगल की तरफ हैं। इस वजह से खेत में अक्सर जंगली जानवर आते हैं। फसलों को तहस-नहस कर देते थे। उनसे बचाव के लिए ग्रामीण इलाकों में एक झटके वाली मशीन प्रचलित है, पर वह काफी महंगी पड़ती है, जो बिजली के यूज से चलती है। उसके लिए सोलर पैनल वगैरह लगाना पड़ता है। जिसमें 30 से 40 हजार का खर्च आता है, जो एक आम किसान के लिए महंगा है।

​खेत में जानवरों के घुसने पर डिवाइस करता है आवाज

अभिषेक कहते हैं कि बस यहीं से विचार आया कि फसलों की सुरक्षा के लिए कम खर्च में क्या कर सकते हैं कि जंगली जानवर खेत में न आए और फसलों का नुकसान न हो। फिर इस पर काम किया। खेत के चारो तरफ रस्सी के सहारे वायर लगाया। उसको स्प्रिंग से अटैच करके एक डिवाइस बनाया। यदि जानवर खेत में घुसने की कोशिश करता है तो यह रस्सी टाइट होती है और रस्सी की हरकत के बाद डिवाइस से तेज आवाजें निकलने लगती है। अभी कुत्ते की भौंकने की आवाज निकलती है। जिसे सुनकर जानवर दूर भाग जाते हैं।

लाइट और आवाज से डर कर भागते हैं जानवर

अभिषेक कहते हैं कि डिवाइस से शेर की आवाज निकालने की कोशिश कर रहा हूॅं। उसके लिए अभी जरूरी चीजें उपलब्ध नहीं हो पाई हैं। यह भी व्यवस्था की है कि जिस तरफ से जानवर खेत में घुसेगा। उस तरफ लाइट आन हो जाएगी। इसके अलावा खेत में बने पुतले पर भी लाइट आन कर सकते हैं। अभिषेक ने यह डिवाइस कुछ महीने पहले ही बनाया है। वह कहते हैं कि लाइट और आवाज की वजह से जानवर डरकर खेत से दूर हो जाते हैं।

फैमिली का सपोर्ट और खुद पर विश्वास आया काम

​अभिषेक चौधरी जब फसल सुरक्षा अलार्म बना रहे थे। तब किसी को यह समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या कर रहे हैं। इसकी वजह से उन्हें लोगों के ताने भी सुनने पड़ते थे। उन्हें लोगों ने डिमोटिवेट करने की भी कोशिश की। पर उन्हें अपने आइडिया पर विश्वास था। फैमिली का फाइनेंशियली सपोर्ट था। इसी वजह से वह फसल सुरक्षा अलार्म बनाने में सफल हुए। उन्होंने एकेटीयू में अपने इनोवेशन को प्रदर्शित भी किया।

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