समस्तीपुर। बिजनेस के मामले में सिर्फ पुरुष ही नहीं, बल्कि महिलाएं भी आगे हैं। अवसर मिलते ही उनकी काबिलियत दुनिया के सामने निखर कर आती हैं। ऐसी एक महिला हैं, समस्तीपुर जिले के रायपुर की रहने वाली दुर्गा देवी। उन्होंने अपने सास और ससुर को लाह की चूड़ियां बनाते देखा था। उनसे यह कलात्मक काम सीखा और अब खुद लाह की चूड़ियां बनाती हैं। शुरुआती दौर में लोग उनके काम को कमतर आंकते थे। इसका दुर्गा देवी पर कोई असर नहीं पड़ा। वह अपने काम में लगातार लगी रहीं। आज उनकी गिनती सफल महिलाओं में होती है।

कमाई बढ़ी तो कमतर आंकने वालों का मुंह हो गया बंद

दुर्गा देवी ने जब लाह की चूड़ियां बनाना शुरु की तो गांव के आसपास की दुकान वाले आर्डर देने लगे। समय के साथ धीरे-धीरे उनके काम के बारे में दूसरे लोगों को भी जानकारी मिली तो फिर उनको मिलने वाले आर्डर में बढ़ोत्तरी होती गई। कमाई भी बढ़ गई। नतीजा यह हुआ कि उनके काम को कमतर आंकने वालों का मुंह बंद हो गया। 

दुर्गा देवी की चूड़ियों की डिमांड

दुर्गा देवी ने लाह की चूड़ियां बनाने का काम अकेले ही शुरु किया था और आज भी अकेले ही चूड़ियां बनाने का काम कर रही हैं। उनकी बनाई गई चूड़ियां लोगों को खूब पसंद आती हैं, क्योंकि वह लाह की दो से तीन तरह की चूड़ियां बनाती हैं। मान्यताओं के मुताबिक, जब भी घर में कोई शुभ कार्य होता है तो महिलाएं लाह की चूड़ियां पहनती हैं। अन्य कार्यों के मौके पर भी लाह की चूड़ियां पहनी जाती हैं। इसी वजह से उनकी बनाई गई चूड़ियों की ​अच्छी खासी डिमांड है। 

दिन भर में बनाती हैं 100 जोड़ी लाह की चूड़ियां

दुर्गा देवी ने जब लाह की चूड़ियां बनाने का काम शुरु किया था। उस समय वह कम मात्रा में चूड़ियां बना पा रही थीं। पर अब करीबन 100 जोड़ी लाह की चूड़ियां दिन भर में बना लेती हैं। ऐसा नहीं कि वह दिन भर सिर्फ चूड़ियां ही बनाती हैं। पहले घर का काम निपटाती हैं, उसके बाद चूड़ियां बनाने बैठती हैं। यह काम करते हुए उन्हें 20 साल हो गया है। लाह की चूड़ियों की कीमत की बात करें तो एक जोड़ी चू​ड़ी करीबन 25 रुपये में बिकती है। इस तरह देखा जाए तो 100 जोड़ी चूड़ी का दाम 2500 रुपये हुआ और महीने भर में करीबन 75 हजार रुपये की कमाई होती है। 

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