मेरठ। 10 साल की उम्र बच्चों के खेलने कूदने और टीवी देखने की होती है लेकिन नन्ही ईहा छोटी सी उम्र में 20 हज़ार पौधें लगाने का रिकॉर्ड बना चुकी हैं। कौन हैं ईहा, कहां से उन्हें पौधारोपण का इंस्पिरेशन मिला जानते हैं डिटेल में

कौन है ईहा 
 ईहा दीक्षित मेरठ की रहने वाली हैं। लोहिया नगर स्थित सेंट फ्रांसिस वर्ल्ड स्कूल में पढ़ती है।  वही ईहा के पिता कुलदीप शर्मा काफी समय तक पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए थे लेकिन अब वह अपना कोचिंग सेंटर चलते हैं जबकि ईहा की मम्मी अंजली चौधरी टीचर है।



कैसे सीखा पौधा लगाना
हर बच्चे की तरह ईहा भी कार्टून चैनल देखी थी एक दिन किसी कार्टून चैनल पर उन्होंने पौधा लगाने से लेकर उसके बड़े होने तक की कहानी देखी। नन्हे ज़हन में ये बात घर कर गयी और ईहा ने सोच लिया कि वो पौधा लगाएंगी और पर्यावरण की सुरक्षा करेंगी। ईहा के इस शौक से माता पिता हैरत में थे, लेकिन बेटी के आगे उनकी एक न चली।

नींबू के पौधे से हुई शुरुआत
ईहा ने सबसे पहले नींबू का पौधा लगाया। फिर यह सफर शुरू हो गया धीरे-धीरे इहा ने अपने स्कूल और आसपास की जगह पर पौधे लगाने शुरू कर दिया। धीरे-धीरे ईहा के साथ उनके कई दोस्त भी जुड़ गए और सब ईहा की तरह पेड़ पौधे लगाने लगे।



ईहा ने शुरू किया क्लब
जब ईहा के पौधरोपण मुहिम से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ने लगे तब ईहा की मम्मी ने ग्रीन ईहा स्माइल क्लब की शुरूआत किया। आज इस ग्रुप से जुड़कर कई लोग पेड़ पौधे लगा रहे हैं। बड़ी बात यह है कि इस मुहीम में किसी को जबरदस्ती नहीं जोड़ा गया बल्कि लोग खुद बहुत एक अभियान समझकर इस ग्रुप से जुड़ते चले गए।

पांचवें बर्थडे पर लगाया 1008 पौधे
ईहा अपना जन्मदिन पौधा लगा कर मनाती हैं। उन्होंने अपने पांचवें जन्मदिन पर 1008 पौधे लगाए और छठे जन्मदिन पर 2500 पौधे लगाए। वो हर साल अपने जन्मदिन पर पौधा लगाती हैं। और इस तरह वह करीब 20000 पौधे मेरठ के
सार्वजनिक स्थलों पर लगा चुके हैं अपने लगातार प्रयास के कारण उनका "इंटरनेशनल यंग इको अवॉर्ड" और देश के सबसे बड़े बाल पुरस्कार "बाल शक्ति पुरस्कार" से सम्मानित किया जा चुका है।



प्रधानमंत्री ने किया तारीफ
ईहा के इस काम को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तारीफ की है बल्कि प्रधानमंत्री ने उन्हें पौधारोपण करने की विधि भी बताई है। प्रधानमंत्री ने ईहा को बताया कि एक मटका लो और उसे जमीन में उसे जगह पर दबा दो जहां पौधा लगा रही हो इससे पानी का संतुलन बना रहेगा और पौधा भी निरंतर बढ़ता रहेगा।ईहा को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी बाल दिवस पर राष्ट्रपति भवन में बुलाया था।

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