लखनऊ।  यह कहानी उनके लिए है जो कहते हैं Age is just a number क्योंकि यह वही लोग होते हैं जो जिंदगी को गुजरते साल के बजाय उपलब्धियां और हौसले के साथ जीते हैं। उम्र बढ़ना कुदरत का नियम है, और उम्र के साथ जिंदगी में चुनौतियों का सामना करना एक बहादुर और ताकतवर इंसान की पहचान होती है। चूंकि यह महीना मार्च का है और यह महीना औरतों के लिए बहुत खास होता है। मार्च में वूमेंस डे होता है और पूरी दुनिया आधी आबादी की बात करती है। इस कड़ी में आज हम आपको मिलवाने जा रहे हैं लखनऊ की आशा सिंह से जिनकी उम्र 58 साल है लेकिन जब आप उनकी उपलब्धियों की पोटली को खोलेंगे तो गिनना मुश्किल हो जाएगा। माय नेशन हिंदी से आशा सिंह ने खुद अपनी जर्नी शेयर किया।

कौन है आशा सिंह
आशा को लोग अल्ट्रा रनर के नाम से जानते हैं। उनकी उम्र 58 साल है और उन्होंने 24 दिनों में 1252 किलोमीटर की दूरी अपने पैरों से नापी है। आशा के पति रिटायर्ड कर्नल है। परिवार में उनका बेटा बहू पोता और पोती है। रनिंग के बारे में आशा कहती  हैं कि उन्होंने 2016 में दौड़ना शुरू किया था। लेकिन यह दौड़ना कब जुनून बन गया पता ही नहीं चला।


 

आशा के पति है उनके कोच
आशा के पति बजरंग सिंह उनके पर्सनल कोच है। पिछले 8 साल से वह लगातार दौड़ रही है । कई चैंपियनशिप जीती है, तमाम मेडल हासिल किया और इन सब के पीछे उनकी हिम्मत के साथ उनके पति का साथ रहा। आशा ने हाफ मैराथन गोल्ड मैराथन अल्ट्रा रेस में पार्टिसिपेट किया।  एक बार वह पूना  अपने बेटे से मिलने के लिए गई थी तो वहां किसी ने उनसे 10 किलोमीटर की दौड़ में भाग लेने के लिए कहा था और तब से वह दौड़ ही रही है।  2020 में बोस्टन मैराथन वर्चुअल एक्सपीरियंस में उन्होंने पार्टिसिपेट किया था जहां वह 60 साल के ऊपर की श्रेणी में पहले स्थान पर आई थी।

2020 में टूट गया था कंधा
आशा ने बताया कि साल 2020 में अमेरिका  गई थी जहां एक कार दुर्घटना में उनका कंधा टूट गया था। सर्जरी हुई आंशिक रूप से ठीक होकर वह जल्दी ट्रैक पर आ गई और दिसंबर में लखनऊ में अपनी पहली अल्ट्रा मैराथन में दौड़ लगाई। आशा की चोट दर्दनाक थी लेकिन उन्होंने ढृढ़ निश्चय कर लिया था कि वह लंबी दौड़ में भाग लेंगी। उन्होंने अपनी सोच को पूरा किया।


24 दिन में 1252 किलोमीटर का सफर
साल 2022-23 दिसंबर जनवरी महीने के दौरान अमेरिका की मेगन कैसिडी ने ऑरलैंडो (फ्लोरिडा) में लगातार 23 दिन तक प्रतिदिन 50 किलोमीटर की दूरी तय की थी।  आशा उनसे प्रेरित थी और उनके लक्ष्य को पार  करते हुए 24 दिन में 1252 किलोमीटर की दूरी नापी।  उनकी उपलब्धि के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए उन्होंने ऑनलाइन आवेदन भी किया है।  मार्च तक परिणाम आता है तो लखनऊ की आशा सिंह का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो जाएगा।



क्या रहे चैलेंजेज़
24 दिन के इस अभियान में आशा ने डाइट का खास ख्याल रखा सुबह 5:00 बजे उठकर एक्सरसाइज करने के बाद हल्का नाश्ता लेती थी और सीधे प्रैक्टिस के लिए चली जाती थी।  7 से 8 घंटे की दौड़ के बाद वह जूस बिस्कुट और फल का सेवन करती थी।  दौड़ खत्म होने के बाद एक घंटा आराम करती थी और सिंपल खाना खाकर सोने चली जाती थी।  इस दौरान उन्हें बुखार भी हुआ लेकिन उन्होंने अपनी मुहिम को ब्रेक नहीं लगने दिया।

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