नयी दिल्ली। देश के प्रतिष्ठित संस्थानों IIT-IIM से कोई कनेक्शन नहीं और न ही औपचारिक तौर पर बिजनेस की कोई ट्रेनिंग ली या कोर्स किया। ​अपने अनुभव और समझ के आधार पर 300 करोड़ की कम्पनी की मालकिन बन गईं। हम बात कर रहे हैं भारतीय उद्यमी प्रेरणा झुनझुनवाला की, जो सिंगापुर में एक प्री-स्कूल की मालकिन हैं। 

स्कूल टीचर ने शुरू किया स्टार्टअप

एक समय प्रेरणा एक स्कूल टीचर के तौर पर काम कर रही थीं। उनका एजूकेशन के क्षेत्र में काम करने का बहुत मन था तो सिंगापुर में लिटिल पैडिंगटन नाम से एक प्री—स्कूल की शुरूआत कर दी और कुछ समय बाद एक एजूकेशन स्टार्टअप की नींव भी रखी। नाम दिया क्रिएटिव गैलीलियो, जिसका 3 से 10 साल की उम्र के बच्चों के एजूकेशन पर फोकस था। उनके एजूकेशन स्टार्टअप के जरिए बच्चे अलग—अलग एक्टिविटीज में शामिल होते हैं और किताबों से अलग अपने अनुभवों से चीजों को सीखते हैं। 

प्रेरणा झुनझुनवाला एजूकेशन 

न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएट प्रेरणा झुनझुनवाला की कंपनी ने टूंडेमी और लिटिल सिंघम नाम के दो एप्लिकेशन (लर्निंग ऐप) लॉन्‍च किए हैं। इन एप्लिकेशन को 1 करोड़ से ज्‍यादा बार डाउनलोड किया गया है। भारत में भी प्ले स्टोर पर टॉप 20 में शामिल है। उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल के मुताबिक, इस सॉफ्टवेयर के जरिए बच्चे व्यक्तिगत तौर पर अपने अनुभवों से सीखते हैं। स्टोरी वीडियो भी दिखाता है। 

पिछले साल मिला 60 करोड़ का इंवेस्टमेंट

आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रेरणा झुनझुनवाला ने कोई औपचारिक बिजनेस कोर्स या प्रशिक्षण नहीं लिया। अपनी समझ और अनुभव के आधार पर कम्पनी की शुरूआत कर दी। उनके कंसेप्ट को लोगों ने इतना ज्यादा पसंद किया कि पिछले साल उन्हें 60 करोड़ का इंवेस्टमेंट प्राप्त हुआ। उसी समय उनके स्टार्टअप की वैल्यू का आंकलन किया गया था तो वह 4 करोड़ डॉलर यानी 330 करोड़ रुपये थी। आने वाले दिनों में वह स्थानीय भाषाओं में कंटेंट लाने की तैयारी में हैं।

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