रीत सुंदरम की 7 साल की संघर्षपूर्ण यात्रा, लगातार 5 असफलताओं के बाद UPSC, BPSC और UPPCS परीक्षा में सफलता हासिल करने की प्रेरणादायक कहानी। Tenacity, Triumph और Transformation ... रीता के इस ट्रिपल टी के फार्मूले ने उनकी न केवल पढ़ाई का तरीका बदला, बल्कि यूपीएससी में परचम लहरा  दिया। जानें उनकी रणनीतियां और सफलता के पीछे का संघर्ष।

Inspirational Story: भारत में सिविल सेवा परीक्षा दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। इसमें हर साल लाखों अभ्यर्थी बैठते हैं, लेकिन सफल वही होते हैं जिनमें धैर्य, समर्पण और सही रणनीति होती है। ऐसी ही एक प्रेरणादायक कहानी है रीत सुंदरम की, जिन्होंने लगातार 5 वर्षों की असफलताओं के बाद भी हार नहीं मानी और आखिरकार UPSC, BPSC और UPPCS सहित कई प्रतिष्ठित परीक्षाओं में सफलता हासिल की।

संघर्ष की शुरुआत: असफलताओं से सीखने की कला
रीत सुंदरम का जन्म बिहार के सहरसा जिले में हुआ था, जहां उन्होंने बचपन से ही शिक्षा को प्राथमिकता दी। उनके माता-पिता ने उन्हें पढ़ाई के प्रति प्रेरित किया, जिससे उनके मन में समाज में बदलाव लाने का सपना जागा। अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद, उन्होंने TCS में एक शानदार नौकरी प्राप्त की, लेकिन उनकी महत्वाकांक्षाएं कुछ और ही थीं।  उन्होंने भारत की नीति निर्माण प्रक्रिया का हिस्सा बनने के लिए सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू की। लेकिन सफलता इतनी आसान नहीं थी। लगातार पांच वर्षों तक उन्हें असफलताओं का सामना करना पड़ा। हर असफलता के बाद, उन्होंने अपनी कमजोरियों का विश्लेषण किया और अपनी रणनीति को और मजबूत किया।

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UPSC की राह: सही रणनीति और दृढ़ निश्चय
रीत सुंदरम ने अपने असफल प्रयासों से सीखते हुए अपनी रणनीति में बदलाव किया। उन्होंने प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के लिए अलग-अलग रणनीतियां  अपनाईं।

  • 1. सटीक विषय चयन: उन्होंने वैकल्पिक विषय के रूप में नृविज्ञान (Anthropology) को चुना और इस पर पूरी महारत हासिल की।
  • 2. उत्तर लेखन अभ्यास: उन्होंने नियमित रूप से मॉक टेस्ट और आंसर राइटिंग प्रैक्टिस की जिससे उनकी गति और सटीकता में सुधार हुआ।
  • 3. करंट अफेयर्स पर पकड़: हर दिन अखबार पढ़ने और समसामयिक विषयों को गहराई से समझने की आदत डाली। 

उन्होंने अन्य परीक्षाओं जैसे UPPCS और BPSC की भी तैयारी की, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा और परीक्षा पैटर्न को बेहतर तरीके से समझने का मौका मिला।

सफलता की कहानी: 2021 में UPSC में मिली ऐतिहासिक जीत
2021 में, रीत सुंदरम ने UPSC परीक्षा पास कर 21वीं रैंक (रिज़र्व लिस्ट) प्राप्त की और उन्हें भारतीय डाक एवं दूरसंचार वित्त एवं लेखा सेवा (IP&TAFS) के लिए चुना गया। इसके अलावा, उन्होंने UPPCS 2019 और 2020 में भी सफलता हासिल की। आज, एक IAS अधिकारी के रूप में, रीत न केवल प्रशासनिक कार्यों में योगदान दे रही हैं, बल्कि सिविल सेवा की तैयारी करने वाले लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।

रीत सुंदरम से सीखने योग्य 5 महत्वपूर्ण बातें

  • 1. असफलताओं से घबराएं नहीं, बल्कि उनसे सीखें।
  • 2. सही रणनीति और निरंतर अभ्यास सफलता की कुंजी है।
  • 3. समय प्रबंधन और उत्तर लेखन पर विशेष ध्यान दें।
  • 4. फोकस बनाए रखें और मानसिक रूप से मजबूत बनें।
  • 5. अपनी तैयारी को अलग-अलग परीक्षाओं में आजमाते रहें।

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