रेशमा रंजन को बचपन से ही गार्डनिंग का शौक था अपने इस शौक को पूरा करने के लिए उन्होंने सरकारी नौकरी छोड़ दी। और यूट्यूब चैनल बनाकर लोगों को पेड़ पौधों को सही तरह से रखने की जानकारी देना शुरू किया आज रेशमा यूट्यूब चैनल के जरिए डेढ़ लाख से ज्यादा की कमाई कर रही है।
बोकारो. रेशमा रंजन को पेड़ पौधों से इतना प्यार था कि उन्होंने इनके साथ समय बिताने के लिए अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी। रेशमा ने अपने यूट्यूब चैनल पर गार्डन और गार्डन एक्सेसरीज से जुड़ी जानकारियों को लेकर वीडियो बनाया जिससे वह लाखों कमा रही हैं। माय नेशन हिंदी से रेशमा ने अपने विचार साझा किया
कौन है रेशमा रंजन
रेशमा झारखंड के बोकारो में रहती है लेकिन उनकी अपब्रिंगिंग बिहार में हुई है, उन्होंने बायोलॉजी से 12वीं किया है। रेशमा ने डबल मास्टर्स किया है। उन्होंने प्लांट ब्रीडिंग जेनेटिक्स में मास्टर डिग्री हासिल की है और इंडियन काउंसिल ऑफ़ एग्रीकल्चरल रिसोर्सेज से कृषि विज्ञान में मास्टर्स की डिग्री हासिल की है। पढ़ाई करने के बाद उन्हें एग्रीकल्चर कोऑर्डिनेटर की गवर्नमेंट जॉब मिल गई। नौकरी को लेकर वह साल 2015 में भागलपुर से बोकारो आकर बस गई और अपने पूरे घर में पेड़ पौधे लगा दिए।
नाना नानी से सीखा पौधे लगाना
गार्डनिंग के शौक के बारे में रेशमा कहती हैं कि पेड़ पौधों को लगाना नाना नानी से सीखा। रेशमा कहती हैं उनकी नानी बचपन में उन्हें पेड़ पौधों, फसल के बारे में जानकारी देती थी और अपने साथ रेशमा को भी बैठा कर पेड़ पौधे लगाना सिखाती थी। धीरे-धीरे रेशमा की भी रुचि पेड़ पौधों में बढ़ती चली गई और उन्होंने बहुत से यूनिक पौधों की जानकारी हासिल क्र लिया। रेशमा को बोनसाई बहुत पसंद है वह ग्राफ्टिंग करके भी पौधे तैयार करती हैं। उनके घर में 200 से ज़्यादा बोनसाई है।
नौकरी छोड़ने पर घर वाले हुए नाराज
नौकरी छोड़ने के बारे में रेशमा रहती हैं मुझे आत्म संतुष्टि नहीं मिल रही थी हालांकि मेरी फील्ड से जुड़ी हुई नौकरी थी क्योंकि मैं एग्रीकल्चर कोऑर्डिनेटर थी तो किसानों को खेती और सरकारी पॉलिसी के बारे में इनफार्मेशन देती थी। मैं अपनी नौकरी के ज़रिये किसानो की मदद करना चाहती थी लेकिन किसान किसी भी तरह के नए बदलाव के लिए तैयार नहीं थे। नौकरी के कारण मैं पेड़ पौधों पर भी ध्यान नहीं दे पा रही थी। बस 1 दिन तय किया कि नौकरी छोड़ देना है। रेशमा कहती हैं नौकरी जब छोड़ा तो घर में सब लोग नाराज हो गये, लेकिन पापा ने साथ दिया।
गुलाब के फूल का वीडियो हुआ वायरल
रेशमा ने पहली बार साल 2016 में 'नेचर इन पॉट' नाम से यूट्यूब चैनल बनाया जहां वह पौधों को सही तरह से रखने की विधि पर वीडियो बना क्र पोस्ट करती थी। उन वीडियो पर पॉजिटिव कमेंट आते थे और उन्हें इस बात का एहसास हुआ कि पेड़ पौधे के शौकीन लोग अपने पेड़ पौधों को स्वस्थ ही रखना चाहते हैं। रेशमा ने एक और यूट्यूब चैनल बनाया और इसका नाम रखा प्रकृति गार्डन। उनका पहला वीडियो गुलाब के फूल लगाने का था जो बहुत वायरल हो गया। साल 2017 में रेशमा ने हाइड्रोपोनिक तरीके से धनिया और चना उगाने की वीडियो बनाई और उसे वीडियो पर 24 मिलियन व्यूज आए धीरे-धीरे उनके बचपन का शौक उनकी अर्निंग का जरिया बन गया।
एक लाख से ज्यादा की कमाई
रेशमा के यूट्यूब चैनल पर एक मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं फेसबुक पर एक लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर है इंस्टाग्राम पर हजारों की तादाद में सब्सक्राइबर हैं। सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर रेशमा अपने वीडियो के जरिए लोगों को सही तरीके से पेड़ पौधे लगाने की जानकारी देती है। उन्हें यूट्यूब से महीने में एक लाख से ज्यादा पैसा मिलता है। रेशमा की अपने घर में दो हजार से ज्यादा गमले हैं पूरा दिन वह अपने गमले की देखभाल करती हैं और इसी के साथ साथ वीडियो बनाकर अपने चैनल पर पोस्ट करती रहती हैं।
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Last Updated Aug 21, 2023, 3:01 PM IST