बिहार के चंदन यादव ने सत्तू, बेसन, चनाचूर, दालमोट, और भुंजिया के व्यापार से सफलता की कहानी लिखी। सरकारी लोन से शुरू किए गए स्टार्टअप का टर्नओवर 6 साल में 12 करोड़ के पार पहुंचा।
Success Story: सत्तू, बेसन, चनाचूर, दालमोट, भुंजिया के करोबार से बिहार के एक युवक ने अपने सक्सेज की वो स्टोरी लिख डाली, कि कल तक जो लोग उसे उसके काम को लेकर ताना मारते थे, आज वहीं लोग अपने बच्चों को उस सख्श से सीख लेकर अपने जीवन में कुछ अच्छा कर गुजरने की मिशाल देते नहीं थक रहे हैं। कहते हैं दिल में कुछ कर गुजरने की अगर ललक हो तो इंसान बड़े से बड़े पहाड़ रूपी समस्या को पार कर जाता है। बिहार के रहने वाले इस युवक ने ऐसा ही कुछ कर दिखाया।
नौकरी न मिलने पर आया बिजिनेस का आईडिया
देश में बिहार की पहचान पहले भले ही नांलदा यूनिवर्सिटी और गौतम बुद्ध के बौद्धस्थल से रही हो, लेकिन अभी वहां की सबसे बड़ी पहचान गरीबी और बेरोजगारी मानी जाती है। इन्हीं समस्याओं से जूझते हुए बिहार के ही पूर्णिया जिले का एक युवक भी तैयार हुआ। पूर्णिया डिस्ट्रिक के नगर प्रखंड के रहने वाले चंदन यादव को एक अदद रोजगार की तलाश थी। उन्हें लग रहा था कि 10-12 हजार की नौकरी मिल जाए तो ठीक हो जाए। नौकरी नहीं मिलने की वजह से वह कुछ अपना रोजगार शुरू करने की योजना बना रहे थे।
बिजिनेस के लिए नहीं थे पैसे, गर्वनमेंट से लिया 50 हजार का लोन
इसी दौरान चंदन यादव को वर्ष 2018 में बिहार स्टेट गर्वनमेंट की उद्यमी योजना के बारे में पता चला। चंदन यादव ने 50,000 का लोन लिया और उसी से उन्होंने अपना स्टार्टअप शुरू किया। स्टार्टअप भी बहुत ही यूनीक था। चंदन यादव ने सुद्ध बेसन, सत्तू, चनाचूर, नमकीन (दालमोट) और भुंजिया के प्रोडक्ट अपने ब्रांड नेम के पैकेट में मार्केट में लांच किए। पहले तो उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा। मार्केट में अपनी पहचान बनने के लिए दुकान-दुकान जाकर सेल करना पड़ा।
कड़ी मेहनत लाई रंग, बढ़ गई ब्रांड वैल्यू
आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और आज उनका टर्न ओवर करोड़ों में पहुंच गया है। अपने करीब 6 साल की मेहनत के दौरान उनका स्टार्टअप पूर्णिया और आस पास के जिलों में किसी पहचान का मोहताज नहीं है। चंदन यादव ने बातचीत के दौरान बताया कि जब उनका कारोबार ठीकठाक चलने लगा तो उन्होंने दोबारा 20 लाख का लोन लिया। इन पैसों से उन्होंने अपने ब्रांड का प्रचार प्रसार किया। जिससे मार्केट में उनके ब्रांड को नहींपहचान मिली और उनकी ब्रांड वैल्यू भी बढ़ गई।
16 लोगों को दे रखा है रोजगार
चंदन यादव ने बताया कि वह अपनी फैक्ट्री में सिर्फ खाने पीने की चीजें तैयार करते हैं। उनकी बढ़िया पैकेजिंग करते हैं। शुद्धता और स्वाद का विशेष ध्यान रखते हैं। चंदन यादव ने बताया की अभी उनकी फैक्ट्री में 16 से ज्यादा लोग काम कर रहे हैं। आज उनके प्रोडक्ट की मार्केट में लगातार बढ़ रही है। यही वजह है कि बीते मात्र 6 साल में ही उनकी कंपनी का टर्नओवर 12 करोड़ के पार निकल गया है।
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Last Updated Jul 14, 2024, 4:05 PM IST