नई दिल्‍ली। एस्‍ट्रल पाइप्स (Astral Pipes) के मालिक भारतीय उद्योगपति संदीप इंजीनियर (Sandeep Engineer) को ज्यादा लोग नहीं जानते। बिजनेस का बैकग्राउंड नहीं था। पहला बिजनेस फेल हो गया। दूसरे में ज्यादा सफलता नहीं मिली। काफी संघर्षों के बाद उन्होंने बिजनेस की दुनिया में अपनी जगह बनाई। अब 100 सबसे अमीर भारतीयों में शामिल हैं। फोर्ब्स के अनुसार उनकी कुल नेट वर्थ 27,893 करोड़ रुपये है। उनके बिजनेस में उछाल तब आया। जब उन्होंने सलमान खान अभिनीत दबंग सीरिज की फिल्मों को स्पांसर किया। तब उनका ब्रांड घर घर पहचाना जाने लगा। 

पहला बिजनेस घाटे में हुआ बंद

संदीप इंजीनियर ने शुरुआती दौर मे कैडिला लैब में करीबन ढाई साल तक जॉब की।​ फिर नौकरी छोड़कर इंटरप्रेन्योर बनने का फैसला किया। फ्लेवर्ड ईसबगोल की डिस्ट्रिब्‍यूटरशिप के साथ साल 1981 में उन्होंने पहला बिजनेस शुरु किया, पर असफल रहें। उस दौर में दुकानदारों की डिमांड थी कि संदीप उन्हें उधार में अपने प्रोडक्ट दें। उनकी बिक्री होने पर ही पैसा लें। नतीजतन, उन्हें अपना पहला बिजनेस का शटर घाटे में गिराना पड़ा। तब उन्हें करीबन 5 हजार रुपये का नुकसान हुआ था, जो उस दौर में बड़ी रकम मानी जाती थी।

कैडिला के लिए प्रोडक्ट बनाएं पर फेलियर मिला

उधर, संदीप इंजीनियर की बिजनेसमैन बनने की जिद थी। साल 1987 में एक्टिव इंग्रीडिएंट्स बनाने के काम में हाथ डाला। यह सलाह उन्हें कैडिला हेल्थकेयर के चेयरमैन पंकज पटेल ने दी थी और यह भी कहा था कि कैडिला उनके प्रोडक्ट लेगा। फिर क्या था, संदीप ने श्री केमिकल्स के नाम से कंपनी की शुरुआत कर दी। पर उनके बनाए गए प्रोडक्ट की क्वालिटी कैडिला के पैमाने पर खरी नहीं उतरी तो कैडिला ने सारे प्रोडक्ट नहीं उठाए। नतीजा यह हुआ कि संदीप इंजीनियर को अपना उत्पादन ठप करना पड़ा।

कैरव केमिकल्स से मिली सफलता

इस दौरान संदीप केमिकल इं​डस्ट्री को समझ चुके थे कि बढ़िया क्वालिटी और ज्यादा मॉलेक्यूल बनाया जाए तो सक्सेस मिल सकती है। इसी मकसद से उन्होंने कैरव केमिकल्स की स्थापना की। जिससे संदीप को लाभ हुआ। हालांकि उन्होंने करीबन 5 साल पहले इस कम्पनी को बेच दिया।  

एस्ट्रल ने बिजनेस की बुलंदियों तक पहुंचाया

सही मायनो में देखा जाए तो एस्ट्रल पाइप्स ने संदीप इंजीनियर को बिजनेस की बुलंदियों तक पहुंचाया। यह वह दौर था। जब अमेरिका में सीपीवीसी पाइप का चलन था। भारत में यह नहीं बनता था। संदीप को इस काम में अवसर नजर आया और साल 1998 में सीपीवीसी पाइप बनाने का काम शुरु करने का निर्णय लिया। एस्ट्र्ल पाइप शुरु की। खास बात यह है कि 1998 से पहले देश में सीपीवीसी पाइप नहीं बनते थे।

प्रचार-प्रसार किया तो घर-घर पहचानी जाने लगी कम्पनी

हालांकि इस बिजनेस में भी उन्हें काफी स्ट्रगल करना पड़ा। शुरुआती दिनों में सफलता नहीं मिली। ज्यादा चलन न होने की वजह से सिर्फ इंडस्ट्री के लिए ही सीपीवीसी पाइप का निर्माण करते थे। समय के साथ उन्होंने प्लंबिंग पाइन का निर्माण भी शुरू करा दिया। अपनी कम्पनी का ब्रांड एम्बेसडर बॉलीवुड एक्टर सलमान खान को बनाया। कम्पनी का प्रचार-प्रसार किया। आज एस्ट्रल पाइप घर-घर में जाना जाने लगा है। 

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