पणजी. गोवा में 2004 से भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आई एफ एफ आई) का आयोजन किया जा रहा है। कांग्रेस ने पिछले पंद्रह वर्षों से आयोजित हो रहे इस फिल्म महोत्सव से गोवा को हुए लाभ पर राज्य सरकार से श्वेत पत्र की मांग की है।

कांग्रेस के अनुसार, ढेर सारा धन खर्च करने के बावजूद फिल्म महोत्सव से गोवा को कोई लाभ नहीं हुआ। पार्टी ने फिल्म महोत्सव में भाजपा नीत राज्य सरकार की भूमिका की समीक्षा की मांग उठायी है।

गोवा कांग्रेस की प्रवक्ता स्वाति केरकर ने बुधवार को दावा किया कि आयोजन पर प्रतिवर्ष 40 से 50 करोड़ रुपए खर्च किये जाने के बावजूद सरकार द्वारा आई एफ एफ आई के आयोजन के लिए गठित गोवा मनोरंजन सोसाइटी (ई एस जी) की फिल्म महोत्सव में कोई निर्णायक भूमिका नहीं होती।

केरकर ने मुख्यमंत्री और ई एस जी के अध्यक्ष प्रमोद सावंत से मांग की कि वह आई एफ एफ आई के आयोजन से गोवा राज्य और विशेषकर गोवा फिल्म उद्योग को हुए लाभ पर श्वेत पत्र जारी करें।

राज्य में 20 से 28 नवंबर तक आयोजित होने वाले आई एफ एफ आई पर गोवा विधानसभा में विपक्ष के नेता दिगंबर कामत ने मंगलवार को प्रश्न उठाये थे। उनकी मांग थी कि कोंकणी भाषा की फिल्मों को भी आई एफ एफ आई में इस साल प्रदर्शित किया जाना चाहिए।

उनका कहना था कि उनके मुख्यमंत्री रहते आई एफ एफ आई में गोवा की फिल्मों का आधिकारिक रूप से प्रदर्शन होता था।

2004 से गोवा में आई एफ एफ आई का आयोजन हो रहा है। तब मनोहर पर्रिकर मुख्यमंत्री थे।

वर्ष 2014 में इस महोत्सव के लिए गोवा को स्थायी आयोजन स्थल घोषित कर दिया गया था।

(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है)