नई दिल्ली: हरियाणा के पंचकूला में एसोसिएटेड प्रेस जर्नल यानी एजेएल को जमीन आवंटित करने के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने आरोप पत्र दायर किया है। इस मामले में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और सोनिया गांधी के करीबी मोतीलाल वोरा और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को नामजद किया गया है। 

प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में मामले में सीबीआई की प्राथमिकी और हरियाणा सतर्कता ब्यूरो द्वारा दर्ज आपराधिक प्राथमिकीयों के आधार पर 2016 में धनशोधन की एक आपराधिक शिकायत दर्ज की थी। 

इस मामले में वोरा और हुड्डा पर आरोप है कि यह लोग अपराध से हासिल धन की प्राप्ति और उसे रखने आदि प्रक्रिया और गतिविधियों में सीधे तौर पर शामिल थे। 

 एसोसिएटेड प्रेस जर्नल यानी एजेएल नियंत्रण गांधी परिवार और कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के हाथ में है। यह वही समूह है नेशनल हेराल्ड समाचारपत्र चलाता था। प्रवर्तन निदेशालय दिल्ली के आईटीओ स्थित नेशनल हेराल्ड बिल्डिंग को पहले ही कुर्क कर चुका है।  जिसका अनुमानित मूल्य 64.93 करोड़ रुपये आंका गया है।  यह एजेंसी द्वारा मामले में दायर किया गया पहला आरोप पत्र है। 

इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में कहा कि ‘हुड्डा ने एजेएल का की मदद करते हुए उसे उपरोक्त प्लॉट पर निर्माण के लिए मई 2008....10 मई 2012 के बीच तीन बार अनुचित विस्तार दिये जब तक कि एजेएल ने वर्ष 2014 में निर्माण पूरा नहीं कर लिया।' 

इस मामले में नामजद किए गए मोतीलाल वोरा राज्यसभा सदस्य के साथ ही कांग्रेस पार्टी के महासचिव भी हैं। जबकि भूपेन्द्र सिंह हुड्डा कई पीढ़ियों से कांग्रेस में हैं। वह हरियाणा के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। 
इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने दोनों कांग्रेस नेताओं से पिछले साल पूछताछ भी की थी।