नई दिल्ली: देश के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश हो रही है। खास तौर पर कर्नाटक और महाराष्ट्र में स्थिति गंभीर बनी हुई है। इन दोनों राज्यों में 2.5 लाख लोग भारी बारिश के कारण विस्थापित हुए हैं। उन्हें प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। 

 आंध्र प्रदेश में भी कई नदियां उफान पर हैं। पश्चिमी महाराष्ट्र में पिछले सात दिनों में बाढ़ और बारिश से 16 लोगों की मौत हुई है जबकि कर्नाटक में पांच लोगों की जान जा चुकी है। कर्नाटक में बारिश के चलते 26 हजार लोग विस्थापित हुए हैं। 

उधर ओडिशा के कई इलाके बाढ़ से जूझ रहे हैं। दक्षिण ओडिसा के कई इलाकों में रेल सेवा बाधित हुई है। महाराष्ट्र और कर्नाटक में भारी बारिश के कारण बांध और बैराज के फाटक खोल दिए गए हैं। जिसकी वजह से कई इलाके डूब गए हैं। 

पश्चिमी महाराष्ट्र में खास तौर पर कोल्हापुर और सांगली जिलों में बाढ़ की स्थिति भयावह होने के बाद 1.32 लाख से ज्यादा लोगों ने सुरक्षित स्थानों पर शरण ली है। 

मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश में अगले दो दिनों तक भारी बारिश होने का खतरा मंडरा रहा है।  इन राज्यों के लिए रेड अलर्ट  जारी किया गया है। जिसका मतलब इन इलाकों में बाढ़ का खतरा ज्यादा है। 

मौसम विभाग ने बताया है कि 7 अगस्त तक देश में 28 फीसदी ज्यादा बारिश हुई है। हालांकि 1 जून से शुरु हुए मॉनसून में अभी तक 5 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई। दरअसल बारिश के मौसम की शुरुआत में ज्यादा पानी नहीं बरसा। लेकिन इन दिनों हर तरफ बारिश ज्यादा हो रही है। जिसकी वजह से बारिश का औसत खराब हो गया है। 

मौसम विभाग के मुताबिक विदर्भ, केरल, तटीय और दक्षिण कर्नाटक के अंदरूनी हिस्सों में बहुत ज्यादा भारी बारिश हो सकती है। तमिलनाडु, पुडुचेरी, उत्तरी कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में  जबरदस्त बारिश की आशंका है। 

पूर्वी राजस्थान,गुजरात , लक्षद्वीप, तेलंगाना, मराठवाड़ा, जम्मू एंड कश्मीर, पंजाब, उत्तरी हरियाणा, पूर्वी राजस्थान, अंडमान एंड निकोबार आइलैंड्स, पश्चिम बंगाल एंड सिक्किम और ओडिशा में भी तेज बारिश होने का अनुमान लगाया गया है।