सिलवासा: केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यहां एक रैली को संबंधित किया। उन्होंने इस दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पाकिस्तान को निशाने पर रखा। उन्होंने कहा कि 370 पर राहुल गांधी के बयान की पाकिस्तान के संसद में तारीफ होती है और पाकिस्तान उनके बयान के आधार पर संयुक्त राष्ट्र में याचिका दाखिल करता है। जो कि कांग्रेसियों के लिए शर्म का कारम होना चाहिए। 

शाह ने कहा कि 'कांग्रेस ने 370 को हटाने का विरोध किया, आज भी राहुल गांधी जो बयान देते हैं उसकी पाकिस्तान में तारीफ होती है, उनके बयान को पाकिस्तान अपनी याचिका में शामिल करता है, कांग्रेसियों को शर्म आनी चाहिए कि उनके बयान का उपयोग भारत के खिलाफ हो रहा है।'

गृहमंत्री ने विरोधियों को याद दिलाया कि वे पूरी दुनिया को बताना चाहेंगे कि 370 हटने के बाद कश्मीर में सम्पूर्ण शांति है। 370 हटने के बाद वहां एक भी गोली चलाने की जरूरत नहीं है, न ही एक भी आंसू गैस छोड़ा गया है और न ही किसी की जान गई है। अमित शाह ने कहा कि कानून-व्यवस्था को लेकर जो सवाल उठाए जाते हैं. उसका इस्तेमाल दुश्मन करते हैं।

अमित शाह ने कहा कि चाहे जेएनयू में देश विरोधी नारे लगाने का मामला हो, या फिर सर्जिकल स्ट्राइक हो या एयर स्ट्राइक का मामला रहा हो, कांग्रेस सभी गंभीर मौकों पर सरकार के खिलाफ खड़ी रही। उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि आप किस तरह की राजनीति करना चाहते हैं। 

गृहमंत्री ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35-ए देश के एकीकरण में बाधा था।  मोदी को आपने फिर से प्रधानमंत्री बनाया और उन्होंने संसद के पहले ही सत्र में अनुच्छेद 370 को खत्म कर दिया। मोदी के अलावा ये काम कोई और नहीं कर सकता था। 

कांग्रेस पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने याद दिलाया कि पिछले 70 सालों में देश में कई पार्टियों की सरकार बनी, कुछ लोगों की तीन-तीन पीढ़ियों ने देश पर राज किया, लेकिन इनमें अनुच्छेद-370 हटाने की हिम्मत नहीं थी। अमित शाह के मुताबिक अनुच्छेद 370 के हटने से जम्मू कश्मीर में विकास के रास्ते खुले हैं, ये कदम आतंकवाद के ताबूत में अंतिम कील जैसा है, जम्मू कश्मीर को पूरी तरह से भारत के साथ मिलाने का काम हुआ है।  सब लोग इस फैसले पर सरकार के साथ हैं लेकिन कुछ लोग इसका भी विरोध कर रहे हैं।