नई दिल्ली: भारतीय सेना की एकमात्र माउंटेन स्ट्राइक कोर के 5000 जवान चीन से लगे अरुणाचल प्रदेश में अभ्यास करेंगे। चीन की सीमा पर भारतीय सेना का यह पहला युद्धाभ्यास होगा। इस अभ्यास की परिस्थतियां बिल्कुल असली मैदाने जंग की तरह होंगी। 

माउंटेन स्ट्राइक कोर के साथ वायुसेना भी इस अभ्यास में हिस्सा लेगी। भारतीय सेना की पूर्वी कमान पिछले छह महीनों से इस युद्धाभ्यास की तैयारियों में जुटी हुई है। इस अभ्यास में वायुसेना के एएन-32, सी-17 और सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस विमान भी हिस्सा लेंगे। 

इस अभ्यास में शामिल होने के लिए सेना के जवानों को वायुयान के जरिए पश्चिम बंगाल के बागडोगरा सैन्य स्टेशन से लाया जाएगा। इस युद्ध अभ्यास में तेजपुर के 4 कोर की टुकड़ियों को ऊंचाई वाली जगह पर तैनात किया जाएगा। जिनके खिलाफ माउंटेन स्ट्राइक कोर के 2500 जवान मोर्चा संभालेंगे। 

इस युद्धाभ्‍यास में लाइट हॉवित्जर तोपें, युद्धक टैंक और पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों सहित बख्तरबंद रेजिमेंट शामिल रहेंगे। 

सेना के सूत्रों ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया है कि  तेजपुर स्थित 4 कोर को हाई अल्टीट्यूड पर अपनी सेना की रक्षा के लिए तैनात किया जाएगा जबकि 17 माउंटेन स्ट्राइक कोर के 2500 जवानों को एयर फोर्स एयरलिफ्ट करेगी। स्ट्राइक कोर के जवान युद्धाभ्यास में 4 कोर के जवानों पर हवाई हमले करेंगे।