तिरुअनंतपुरम: भारी बारिश के कारण सिर्फ केरल में पिछले तीन दिनों में 44 लोगों की मौत हुई है। इसके अलावा कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी 50 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। इन तीनों राज्यों में अब तक लगभग 95 लोगों की अकाल मृत्यु हो चुकी है। 

केरल के वायनाड और मलप्पुरम में भूस्खलन की भी खबर है। जिसमें 40 लोग फंस गए थे। जिसकी वजह से मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। भारतीय सेना, नेवी और एयरफोर्स के जवान राहत कार्य में जुटे हैं। बाढ़ प्रभावित चार राज्यों के 16 जिलों में 123 रेस्क्यू टीमें फंसे हुए लोगों को मदद पहुंचा रही हैं। लगातार बारिश के कारण राहत और बचाव कार्य में मुश्किल आ रही है। 


कर्नाटक के बगलकोट, रायचूर, बेलगाम और कलबुर्गी जिले में 33 राहत और बचाव की टीमें और इंजीनियरों के 31 टास्क फोर्स बाढ़ पीड़ितों की मदद में जुटे हुए हैं। केरल में 24 राहत टीमों के साथ 8 इंजीनियर टास्क फोर्स को अलेप्पी, एर्नाकुलम, पथानमथिट्टा, इदुक्की, मलप्पुरम, वायनाड, कन्नूर और कोझिकोड में राहत और बचाव के काम में लगाया गया है। 

केरल में रेस्क्यू टीम ने वायनाड से 8 शव बरामद किए हैं जबकि मलप्पुरम के पहाड़ी क्षेत्रों में आए भूस्खलन के चलते 10 लोगों की मौत हो गई और 30 लापता हैं।  केरल में अभी भी 20 से 40 सेमी की रफ्तार से बारिश हो रही है। 

कर्नाटक में शुक्रवार को बारिश से 10 लोगों की मौत होने की खबर है। इसके साथ ही राज्य में बारिश से होने वाली मौत का आंकड़ा 24 तक पहुंच गया है। कोडगू में भी 7 लोग भूस्खलन में दब गए। मदकरी में 5 और विराजपत में 2 लोगों की मौत हो गई। विराजपत के इसी गांव में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान 8 लापता बताए जा रहे हैं। 

कर्नाटक के सीएम बीएस येदियुरप्पा ने बताया, 'अब तक 24 की मौत हो चुकी है। बाढ़ के कारण 1024 गांव बुरी तरह प्रभावित हैं। 20 एनडीआरएफ टीमें, 10 आर्मी टीमें, 5 नेवी टीमें और 2 एसडीआरएफ टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए तैनात हैं।' कर्नाटक में बारिश की वजह से मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये देने का ऐलान किया। 

बारिश के चलते कोच्चि एयरपोर्ट से रविवार दोपहर तीन बजे तक विमानों का संचालन बंद रखा गया है। मौसम विभाग ने केरल के सात जिलों- एर्नाकुलम, इडुकी, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड और कन्नूर में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। 13 एनडीआरएफ टीमें और 180 सेना के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए केरल पहुंच चुके हैं। अब तक 64 हजार से ज्यादा लोग राहत शिविरों में शिफ्ट किए जा चुके हैं। 

महाराष्ट्र में शुक्रवार को दो लोगों की मौत हुई है। जिसकी वजह से पुणे डिविजन में मौत का आंकड़ा बढ़कर 29 हो गया है। महाराष्ट्र में अगले 24 घंटे काफी भारी हैं क्योंकि मौसम विभाग के अनुसार केरल और कर्नाटक की तरह ही महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भारी से बहुत भारी बारिश का अनुमान है। मुंबई को कोल्हापुर के रास्ते बेंगलुरु से जोड़ने वाला नैशनल हाइवे 4 लगातार चौथे दिन बंद रहा। इससे खेड़ शिवापुर, सतारा और कराड जाने वाले करीब 30 हजार भारी वाहन बीच रास्ते में फंसे रहे। 

तमिलनाडु के भी कई जिलों में भी बारिश का प्रकोप जारी है।नीलगिरी जिले में 5 लोगों की मौत हुई है। थेनी, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी में भारी बारिश हुई।