राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कांग्रेस हर कदम पर विरोध करती आई है। लेकिन इस देशव्यापी संगठन के काम करने के तरीके के शायद कांग्रेस नेता भी कायल होते जा रहे हैं। इसलिए कांग्रेस के रणनीतिकारों ने आरएएस की तर्ज पर जनसंपर्क के लिए मॉडल खड़ा करने का प्लान तैयार किया है।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारकों की तर्ज पर अब कांग्रेस 'प्रेरक' तैयार करने की योजना बना रहा है। जो कि देश भर में मंडल स्तर पर कार्य करेंगे। यह प्रेरक आम जनता के बीच कांग्रेस पार्टी की पहुंच बढ़ाने के साथ साथ उसकी विचारधारा का भी प्रचार प्रसार करेंगे।
कांग्रेस के यह प्रेरक आम जनता के बीच रहकर उन्हें पार्टी के आधिकारिक स्टैण्ड की जानकारी देंगे। इसके लिए यह कांग्रेसी प्रेरक हर जिला कार्यालय में प्रतिमाह मासिक परिचर्चा और संवाद का आयोजन करेंगे। जिसमें मौजूदा राजनीतिक विषयों पर चर्चा की जाएगी।
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों ने जानकारी दी है कि ये प्रेरक आम जनता के बीच कांग्रेस पार्टी के संदेशवाहक के तौर पर काम करेंगे और जमीनी स्तर पर पार्टी को मजबूत बनाएंगे।
यह प्रेरक कांग्रेस नेताओं औऱ उसकी नीतियों से जुड़ी अफवाहों का खंडन करेंगे और जनता के बीच कांग्रेस की छवि सुधारेंगे। कांग्रेस नेताओं के मन में इन प्रेरकों की नियुक्ति का विचार तब आया, जब 3 सितंबर को दिल्ली में हुई कांग्रेस की एक दिवसीय कार्यशाला हुई थी। जिसमें असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने पार्टी से जनसंपर्क और चुनाव जीतने के लिए आरएसएस की तर्ज पर जमीनी संगठन खड़ा करने का सुझाव दिया था।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता देश भर में मंडल स्तर पर 3 प्रेरक नियुक्त करने की योजना बना रहे हैं। प्रत्येक मंडल में 4 से 5 जिले होंगे। खास बात यह है कि इन प्रेरकों की नियुक्ति में महिलाओं, अनुसूचित जातियों जनजातियों, पिछड़े वर्ग और मुसलमानों के प्रतिनिधित्व के लिए विशेष प्रावधान किए जाएंगे। इसमें से प्रत्येक प्रेरक को पार्टी नेताओं की तरफ से 5 से 7 दिनों का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
Last Updated Sep 12, 2019, 7:56 PM IST