अहमदाबाद: भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल एस.के. सैनी (जीओसी, दक्षिणी कमांड) ने भारत के दक्षिणी भाग में आतंकी हमले की आशंका जताई है। उन्होंने बताया कि सर क्रीक इलाके से कुछ संदिग्ध नावें बरामद की गई हैं। आशंका है कि इन्हें आतंकवादियों ने इस्तेमाल किया होगा। 

लेफ्टिनेंट जनरल सैनी ने बताया कि संदिग्ध आतंकवादियों की तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है।  सर क्रीक गुजरात के कच्छ के समीप सीमा से सटा हुआ 650 वर्ग किलोमीटर का  इलाका है। खास बात यह है कि पाकिस्तान भी इस इलाके पर दावा करता है। 

लेफ्टिनेंट जनरल सैनी ने इस इलाके से नावें बरामद किए जाने के बाद प्रेस वार्ता की। जिसमें उन्होंने जानकारी दी कि  'हमें ऐसी सूचना मिली है कि भारत के दक्षिणी भाग में आतंकी हमला हो सकता है। कुछ खाली छोड़ी गई नावें सर क्रीक इलाके से बरामद की गई हैं। हम हर आतंकी साजिश को पहले ही नाकाम कर देने की कोशिश कर रहे हैं'।

यह कोई पहला मामला नहीं है जब समुद्र के रास्ते आतंकियों के घुसने की साजिश का भंडाफोड़ हुआ हो। पिछले महीने तमिलनाडु पुलिस ने आशंका जाहिर की थी कि लश्करे तैयबा के 6 आतंकवादी समुद्र के रास्ते श्रीलंका से भारतीय सीमा में प्रवेश कर गए हैं। जो कि कोयंबटूर सहित कई शहरों में घुसपैंठ कर  चुके हैं। 

जिसके बाद से एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और धार्मिक स्थलों सहित कई जगहों की सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई। सभी तटीय जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है ताकि भविष्य में होने वाली किसी भी समुद्री घुसपैठ से बचा जा सके। 

इसके पहले 26 अगस्त को सीमा सुरक्षा बल  ने गुजरात के कच्छ इलाके में हरामी नाला के समीप पाकिस्तान की दो मछली पकड़ने वाली खाली नाव बरामद की। 

27 अगस्‍त को नौसेना अध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह ने खुफिया सूत्रों के हवाले से जानकारी दी थी कि  जैश-ए-मोहम्‍मद ने अपनी एक समुद्री विंग बनाई है और आतंकवादियों को पानी के रास्ते से पहुंचकर हमला करने का प्रशिक्षण दे रहा है। ऐसी आशंका है कि इस विंग के कुछ आतंकी इस रास्ते से भारत में आए हो। पाकिस्‍तान प्रशिक्षित आतंकवादियों के घुसने की सूचना के बाद गुजरात के तटीय इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। 

समुद्री रास्तों पर लापरवाही का खमियाजा 2008 में भारत भुगत चुका है. जब पाकिस्‍तानी आतंकवादियों ने भारतीय मछली पकड़ने वाली नौका 'कुबेर' को सर क्रीक तट पर मछुआरों से छीन लिया और उसपर सवार होकर भारतीय सीमा में घुसे और  मुंबई पर हमला किया। 

चिंताजनक बात यह है कि तटीय इलाकों से भारतीय सीमा में घुसने की कई वारदातें सामने आ चुकी हैं। लेकिन अब तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। जिससे यह आशंका है कि यह घुसपैठिये किसी भी समय अपने पाकिस्तानी आकाओं के इशारे पर मौत की तबाही मचा सकते हैं।