नई दिल्ली: 73वें आजादी के जश्न के दौरान लाल किले पर हो रहे समारोह में पक्ष और विपक्ष के कई नेता मौजूद रहे। लेकिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी नदारद रहे। जिसके बाद सबने स्वाभाविक रुप से सवाल करना शुरु कर दिया। 

भारतीय जनता पार्टी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर ध्यान दिलाते हुए ट्विट किया कि  'आज सोनिया गांधी, फिर से कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल गांधी, हाल तक कांग्रेस अध्यक्ष दोनों लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस के जश्न के मौके से गायब रहे। भारत ने भी उनकी अनुपस्थिति पर पलक नहीं झपकाई, लेकिन विपक्षी नेताओं द्वारा लोकतांत्रिक परंपराओं का सम्मान नहीं करना असामान्य है।'

ऐसा भी नहीं था कि सोनिया या राहुल गांधी में से कोई किसी अन्य स्थान या कार्य में व्यस्त थे। कांग्रेस मुख्यालय पर हुए स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान सोनिया गांधी ने ही झंडोत्तोलन किया। राहुल गांधी इस दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई अन्य नेताओं के साथ देखे गए। 

झंडा फहराते हुए सोनिया गांधी ने छोटा सा भाषण दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि एक लोकतांत्रिक भारत में कट्टरता और असहिष्णुता के लिए कोई जगह नहीं है, फिर भी हमारे देश में हर दिन लाखों लोगों को भेदभाव का सामना करना पड़ता है। 

वहीं सोनिया गांधी के भाषण के दौरान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष  राहुल गांधी बाकी नेताओं के साथ बैठे हुए दिखे। कांग्रेस मुख्यालय पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, एके एंटनी, मोतीलाल वोरा, कपिल सिब्बल तथा कई अन्य नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।