नई दिल्ली। पाकिस्तान की इमरान खान सरकार को भारत का विरोध करना महंगा पड़ा है। भारत के विरोध के कारण पाकिस्तान को एक लाख करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। पाकिस्तान का स्टॉक मार्केट अपने चार साल के निचले स्तर पर आ गया है। लिहाजा भारत का विरोध कर इमरान सरकार अपने ही देश में निवेशकों का भरोसा जीतने में विफल रही है। वहीं पाकिस्तान में अब नए नारे लग रहे हैं। वहां की जनता इमरान खान पर तंज कसते हुए कह रही है कि मोदी से क्यों डरता है मरियम से क्यों लड़ता है।

भारत और पाकिस्तान में तनाव के बाद पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है। बाजार के शेयर बाजार पिछले चार कारोबारी सत्र के दौरान बाजार नीचे की तरफ जाता रहा। पिछले कारोबारी सत्र में पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स केएसई-100 लुढ़ककर अपने 4 साल के निचले स्तर तक आ गया है।

भारत द्वारा जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 करने के फैसले के बाद इमरान सरकार ने भारत के साथ व्यापारिक रिश्तों को खत्म करने का ऐलान तो कर दिया। लेकिन अब यही उसके लिए मुसीबत बनते जा रहे हैं। पाकिस्तान सरकार के इस फैसले के बाद निवेशकों के 1 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपये डूब चुके हैं।

विश्वबैंक भी मान रहा है कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी खराब है और अगले साल पाकिस्तान की जीडीपी 2.7 रहने का अनुमान लगाया गया है। पाकिस्तान के बाजार से निवेशक अपने पैसे निकाल रहे हैं और वे भारी बिकवाली कर रहे हैं। पिछले एक साल में पाकिस्तान में महंगाई दर बढ़कर 11 फीसदी तक पहुंच चुकी है।

जबकि भारत में विकासदर पाकिस्तान से तीन गुना से ज्यादा है और महंगाई पर नियंत्रण रखा गया है। पाकिस्तान के शेयर बाजार का आलम ये है कि विदेशी निवेशकों ने वहां से दूरी बनाकर रखी है।

उधर अब पाकिस्तान में नया नारा गूंज रहा है। जिसमें वहां के लोग इमरान सरकार का विरोध करते हुए कह रहे हैं कि "मोदी से तू डरता है और मरियम से क्यूं लड़ता है।" क्योंकि भारत का विरोध करते हुए इमरान खान अपने लिए मुश्किलें ले आए।

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोई भी उसके साथ खड़ा नहीं है। हालांकि पाकिस्तान में चर्चा है कि जम्मू-कश्मीर में भारत द्वारा लिए फैसलों का ध्यान हटाने के लिए उन्होंने मरियम नवाज को गिरफ्तारी किया है।