मथुरा—उत्तर प्रदेश के मथुरा में सेना भर्ती होने के लिए फर्जी प्रमाणपत्र का इस्तेमाल करने का मामला सामने आया है। यहां पर चल रही सेना की भर्ती के पांचवें दिन अभ्यर्थियों की तलाशी के दौरान शक्तिवर्धक दवाइयों के अलावा कई अभ्यर्थियों के पास से प्रशासनिक अधिकारियों के नाम की मुहरें भी मिली हैं।

भर्ती निदेशक कर्नल विजय कुमार ने बताया, ‘इसी आधार पर करीब 24 युवकों की मार्कशीट संदिग्ध लग रहे थे इस कारण उनकी जांच कराने के लिए उन्हे जमा करा लिया गया है। इन लोगों के मार्कशीट को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद से मिलान करवाने के बाद ही इन अभ्यर्थियों के भविष्य के बारे में अंतिम निर्णय किया जाएगा।’ 

गौरतलब है कि सोमवार को अलीगढ़ जनपद की खैर तहसील के युवाओं की भर्ती दौड़ का आयोजन किया गया था। जिसमें कुल 4477 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था, लेकिन करीब 3500 ही दौड़ लगाने के लिए ईगल ग्राउण्ड में पहुंचे। इनमें से भी सिर्फ 250 अभ्यर्थी ही निर्धारित समयावधि में दौड़ पूरी कर सके।

सेना के सूत्रों के अनुसार इस दौरान अभ्यर्थियों के सामान की जांच किए जाने पर भारी मात्रा में शक्तिवर्धक गोली, कैप्सूल व इंजेक्शन बरामद हुए। इनके अलावा कई अभ्यर्थियों के पास उनके क्षेत्र के

जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के नाम की मुहरें भी निकलीं। जिन्हें वे संभवतः अपने चरित्र प्रमाण पत्र, अविवाहित होने के प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र आदि में प्रयोग करने के लिए लाए थे। 
मथुरा में आसपास के जिलों की प्रत्येक तहसील के प्रत्याशियों के लिए अलग अलग दिन शारीरिक परीक्षा, दौड़ आदि हो रही है।