अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान पर अफगानिस्तान ने नाराजगी जताते हुए भारत को अफगानिस्तान का सबसे अहम दोस्त बताया है. अफगानिस्तान ने कहा कि उनके देश के विकास में भारत का अहम योगदान है. अफगानिस्तान के एनएसए मोहिब ने अजित डोभाल से मुलाकात की और और भारत से मिल रहे मदद की सराहना की.
अकसर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अफगानिस्तान की कथित रूप से कम मदद के लिए भारत पर तंज कसा था. लिहाजा ट्रंप के इस बयान पर अफगानिस्तान ने नाराजगी जताई और कहा कि अफगानिस्तान के विकास में भारत की अहम भूमिका है और भारत को अफगानिस्तान का अहम दोस्त बताया. अफगानिस्तान के इस बयान के बाद भारत की पड़ोसी देशों के रिश्तों के लिए बनाई गई रणनीति सफल मानी जा रही है.

अमेरिकी राष्ट्रपति के बयान के बाद अब अफगानिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार हमदुल्लाह मोहिब ने जवाब दिया है. उन्होंने दिल्ली में एनएसए अजित डोभाल से मुलाकात की और अफगानिस्तान का पक्ष उनके सामने रखा. इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. अफगानिस्तान ने कहा है कि उनके देश में शांति स्थापित करने में भारत का सबसे बड़ा योगदान है. उन्होंन अफगानिस्तान को मिल रही भारत की मदद की सराहना की. उन्होंने अफगानिस्तान में आर्थिक विकास और पुनर्निर्माण में भी भारत के योगदान को सराहा. उन्होंने कहा कि अजित डोभाल के साथ बैठक में हमने क्षेत्र में शांति और स्थिरता पर बात की.

इसके साथ ही अफगानिस्तान में शांति के प्रयासों को आगे बढ़ाने और अफगानिस्तान में सुरक्षा के मुद्दे पर भी बात की गई. उधर भारत के एनएसए अजित डोभाल ने कहा, भारत अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा में अपना सहयोग देता रहेगा. भारत कई बड़ी निर्माण परियोजनाओं को लागू कर रहा है, साथ ही अफगानिस्तान में लोगों की जरूरतों के मुताबिक सामुदायिक विकास कार्यक्रमों को लागू कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह का सहयोग देश को आर्थिक रूप से समृद्ध और स्थिर करने के लिए जारी रहेगा.

जानें अमेरिका राष्ट्रपति ने क्या कहा..

असल में भारत ने अफगानिस्तान के लिए एक पुस्तकालय के वित्तीय सहायता दी थी. जिसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अफगानिस्तान जैसे युद्ध से प्रभावित देश में इस पुस्तकालय की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने अफगानिस्तान की सुरक्षा करने के कम मदद करने के लिए भारत और अन्य देशों पर भी आरोप लगाए.