पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक राजस्थान के अजमेर जिले के सरवर कस्बे में एक दरगाह में मंगलवार को लगभग 100 लोग एक धार्मिक कार्यक्रम के लिए एकत्रित हुए थे। जबकि देश के साथ ही राज्य में लॉकडाउन है और लोगों से घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। लेकिन उसके बावजूद मुस्लिम घरों से बाहर निकल रहे हैं। जिन्हें वहां से खदेड़ दिया गया है।
जयपुर। दिल्ली के तबलीगी मरकज में शामिल मुस्लिम श्रद्धालुओं के कारण केन्द्र सरकार के साथ ही राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ें हुई हैं। वहीं राजस्थान में मुस्लिम श्रद्धालुओं ने राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। जहां पर धार्मिक कार्यक्रम में हिस्से लेने के लिए मस्जिद में 100 से ज्यादा लोग इकट्ठा थे। जिन्हें पुलिस ने बाहर निकाला और कई लोगों के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज की है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक राजस्थान के अजमेर जिले के सरवर कस्बे में एक दरगाह में मंगलवार को लगभग 100 लोग एक धार्मिक कार्यक्रम के लिए एकत्रित हुए थे। जबकि देश के साथ ही राज्य में लॉकडाउन है और लोगों से घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। लेकिन उसके बावजूद मुस्लिम घरों से बाहर निकल रहे हैं। जिन्हें वहां से खदेड़ दिया गया है। कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए जगह-जगह तालाबंदी प्रतिबंधों का उल्लंघन होने के बावजूद ये लोग वहां एकत्रित हुए थे।
जानकारी के मुताबिक सरवर में दरगाह के लिए सूफी संत मोइनुद्दीन चिश्ती की अजमेर दरगाह के खादिमों द्वारा हर साल एक चादर चढ़ाया जाता है। पिछले महीने दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में एक विशाल धार्मिक सभा में शामिल हुए थे। दिल्ली के तब्लीग-ए-जमात के मरकज में धार्मिक मण्डली में भाग लेने वाले 24 लोगों में कोरोनोवायरस पॉजिटिव मिला है जबकि 441 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। अजमेर के एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि अजमेर पुलिस ने इस कार्यक्रम के लिए पांच व्यक्तियों को अनुमति दी थी, लेकिन बाद में कई अन्य लोगों ने उन्हें सरवर दरगाह में शामिल किया।
जब पुलिस ने उन्हें जगह खाली करने के लिए कहा, तो उनमें से कई ने आपत्ति जताई और पुलिस से भिड़ गए। पुलिस ने उन्हें हल्का बल प्रयोग कर तितर-बितर कर दिया और सीआरपीसी के तहत 151 व्यक्तियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की है वहीं छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
Last Updated Apr 1, 2020, 12:29 PM IST