जैश-ए- मोहम्मद के प्रमुख और पाकिस्तानी आंतकी मसूद अजहर को लेकर भारत की मुहिम अब रंग ला रही है। अजहर के खिलाफ पूरे विश्व में माहौल तेजी से बन रहा है। अब भारत की इस मुहिम में उसे जर्मनी का भी साथ मिला है। अब कहा जा रहा है कि फांस के बाद जर्मनी बी मसूद और उसके संगठन पर प्रतिबंध लगा सकता है।

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पिछले महीने हुए आंतकी हमले के बाद पूरा विश्व भारत के साथ खड़ा है। हालांकि संयुक्त संघ में मसूद अजहर को वैश्विक आंतकी चीन के कारण घोषित नहीं किया जा सका। लेकिन अब भारत को कई देशों का समर्थन लगातार मिल रहा है। जानकारी क मुताबिक अजहर पर फ्रांस के बाद जर्मनी भी प्रतिबंध लगा सकता है। मसूद को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की भारत की मुहिम में जर्मनी ने भी समर्थन देते हुए मसूद अजहर की संपत्ति जब्त करने के संकेत दिए हैं।

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही फ्रांस ने मसूद अजहर की संपत्तियों को जब्त करने का फैसला किया था। फ्रांस ने कहा था कि मसूद अजहर विश्व शांति के लिए बड़ा खतरा है। मसूद को वैश्विक आंतकी घोषित करने के लिए फ्रांस ने ही 27 फरवरी को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में प्रस्ताव पेश किया था। इस प्रस्ताव का जर्मनी और अमेरिका ने भी समर्थन किया था, लेकिन चीन ने वीटो का इस्तेमाल कर चौथी बार अड़ंगा लगा दिया था। इसके बाद उसकी मुश्किलें बढ़ गयी थी। हालांकि मसूद को वैश्विक आंतकी घोषित करने में चीन ने अड़ंगा लगाया।

लेकिन भारत के रूख को देखते हुए चीन भी नरम पड़ गया है। अब जर्मनी ने भी कहा है कि मसूद अजहर आतंकी है और वो विश्व शांति के लिए खतरा है। असल में न्यूजीलैंड की घटना के बाद यूरोप के देशों ने आंतकवाद को लेकर अपनी मुहिम तेज कर दी है। अगर मसूद को वैश्विक आंतकी घोषित किया जाता है तो ये उसके लिए एक बड़ा झटका होगा।