जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में भाजपा के दो नेताओं की हत्या के बाद आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने डोडा जिले में धमकी भरे पोस्टर लगाए हैं। इसमें लोगों और उम्मीदवार को आगामी पंचायत चुनावों से दूर रहने की धमकी दी गई है। 

प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'माय नेशन' को बताया कि रविवार को कश्तीगढ़ इलाके के धंदाल और गुरमाल इलाके में प्रतिबंधित आतंकी संगठन हिजबुल मुहाहिदीन के कुछ पोस्टर देखे गए हैं। इन पोस्टरों में उम्मीदवारों को आगामी पंचायत चुनावों में हिस्सा न लेने की धमकी दी गई है। 17 नवंबर से राज्य में पंचायत चुनाव होने हैं। 

इस पोस्टरों पर कार्रवाई करते हुए जिला पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'माय नेशन' को बताया कि पूछताछ के लिए 13 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इन लोगों का पूर्व में आतंकी संगठनों के पोस्टरों के साथ लिंक रहा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए डेप्यूटी कमिश्नर मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने लोगों के साथ नुक्कड़ सभाएं कर उन्हें आश्वासन दिया है कि घबराने की आवश्यकता नहीं हैं। कुछ लोग इस तरह की शरारत कर रहे हैं। 

जिन इलाकों में ये पोस्टर लगे हैं, वहां पंचायत और सरपंच की 88 सीटों के लिए 232 लोगों ने नामांकन किया है। ये पोस्टर किश्तवाड़ में भाजपा के दो नेताओं की हत्या के कुछ दिन बाद लगे हैं। हिजबुल ने दोनों की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। 

सुरक्षा बल इन आतंकी धमकियों को गंभीरता से ले रहे हैं। उनका मानना है कि आतंकी संगठन अब अपना बेस कश्मीर की जगह जम्मू क्षेत्र में बना रहे हैं। कश्मीर में सुरक्षा बलों द्वारा की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाइयों के बाद आतंकी अपने पुराने ठिकानों डोडा, किश्तवाड़ और राजौरी में सक्रिय होने की फिराक में हैं। 

इस बीच, जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि आतंकी निकाय चुनावों की सफलता से हताश हो गए हैं। इसलिए पोस्टर लगाकर धमकी देने की कोशिश की जा रही है। लेकिन सुरक्षा बल निकाय चुनावों की तरह पंचायत चुनावों को भी शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 

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