जयाप्रदा रामपुर से सांसद रह चुकी हैं और कभी वह आजम खान को अपना राजनैतिक गुरु मानती थी। लेकिन इसके बाद दोनों के बीच रिश्ते खराब हो गए। लोकसभा चुनाव से पहले ही जयाप्रदा बीजेपी में शामिल हुई थी।
लखनऊ/नई दिल्ली। भले ही समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान रामपुर से लोकसभा का चुनाव जीत गए हैं। लेकिन उनकी मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। रामपुर से बीजेपी की प्रत्याशी रही और पूर्व सांसद जया प्रदा आजम खान की मुश्किलें बढ़ाने जा रही हैं। जयाप्रदा आजम खान के खिलाफ आज हाईकोर्ट में मामला दर्ज करेंगी। जिसके कारण उनकी सांसदी भी जा सकती है।
हालांकि जयाप्रदा ने चार दिन पहले आरोप लगाया था कि आजम खान लाभ के पद पर रहते हुए सांसद हैं। इससे पहले वह विधायक भी थे। लिहाजा उनकी सांसदी खत्म की जानी चाहिए। नियमों के मुताबिक लाभ के पद पर रहते हुए कोई भी व्यक्ति किसी दूसरे सरकारी पद पर नहीं रह सकता है। लिहाजा जयाप्रदा ने चुनाव हार के बाद आजम खान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
लोकसभा चुनाव में आजम खान ने जयाप्रदा के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की थी, जिसके बाद आजम पर 72 घंटे की रोक लगी थी, जिसके दौरान उनके प्रचार पर रोक थी। गौरतलब है कि जयाप्रदा रामपुर से सांसद रह चुकी हैं और कभी वह आजम खान को अपना राजनैतिक गुरु मानती थी। लेकिन इसके बाद दोनों के बीच रिश्ते खराब हो गए। लोकसभा चुनाव से पहले ही जयाप्रदा बीजेपी में शामिल हुई थी।
बुधवार को ही राज्यसभा सदस्य अमर सिंह व बीजेपी नेता जयाप्रदा ने लखनऊ में प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। इस मामले को उनके समक्ष उठाया। जिसके बाद वहां से हरी झंडी मिलने के बाद जया प्रदा आज इलाहबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बैंच में आज इस मामले को दाखिल करेंगी।
जया प्रदा कोर्ट में आजम खान की सदस्यता रद्द करने का वाद दाखिल करेंगी। जया प्रदा ने कहा कि जौहर विश्वविद्यालय के कुलपति रहते हुए आजम खान विधायक थे। इसके बाद अब वह सांसद बने हैं। जबकि कुलपति का पद लाभ का पद है। यही नहीं जयाप्रदा समाजवादी सरकार के दौरान जौहर विश्वविद्यालय के नाम पर एकत्रित संपत्ति की भी जांच कराने की मांग करेंगी।
Last Updated Jun 13, 2019, 12:27 PM IST